Valmiki Tiger Reserve: बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व क्षेत्र में दो बाघों के बीच हुए हिंसक संघर्ष में एक बाघ के जान जाने की खबर है। इसमें एक नर व्यस्क बाघ का शव मिला है। मृत बाघ की उम्र करीब पांच वर्ष बताई जा रही है। शव की सूचना मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मंगूराहा वन क्षेत्र के कक्ष संख्या 46 में शुक्रवार को एक बाघ के शव पड़े होने की जानकारी मिली थी। बाघ का शव मंगुरा गुहा वन क्षेत्र के कक्ष संख्या 46 में मिला है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह पेट्रोलिंग के दौरान वन कर्मियों को बाघ का शव दिखा। वन कर्मियों की टीम ने तत्काल इसकी सूचना वन क्षेत्र कार्यालय एवं वरीय अधिकारियों की दी। जंगल के अंदर किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। मौत की वजह साफ नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि दो बाघों के बीच वर्चस्व की जंग में एक की मौत हो गई।
मृत बाघ के शरीर पर मिले जख्म के निशान से आशंका जताई जा रही है कि दो बाघों के आपसी संघर्ष में इस उसकी मौत हुई है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के निदेशक सह वन संरक्षक नेशामणि ने बताया कि मृतक नर बाघ की उम्र करीब पांच वर्ष है। उन्होंने बताया कि बाघ के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। बाघ की मौत दूसरे बाघ से लड़ाई के दौरान हुई है।
घटना स्थल पर मिले फुट प्रिंट देखकर भी खूनी संघर्ष का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं, वन प्रमंडल एक के डीएफओ प्रदूम्न गौरव ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंच जांच के दौरान प्रथमदृष्टया यह प्रतीत हो रहा है कि दो बाघों की आपसी वर्चस्व की लड़ाई में एक की मौत हो गई है। शव देखने से ऐसा लग रहा है कि यह दो दिन पुराना है।
डीएफओ ने बताया कि बाघ के शव को पोस्टमार्टम के बाद बाघ के विसरा को जांच के लिए प्रयोगशाला देहरादून एवं बरेली भेजा जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बाघ की मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा होगा। पोस्टमार्टम के बाद मृत बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि वाल्मीकि टाइगर प्रोजेक्ट में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ी है। बाघ एक कंपार्ट से दूसरे कंपार्ट में आते जाते हैं। विभाग दूसरे बाघ की भी तलाश कर रहा है। कहा जा रहा है कि संघर्ष में वह भी जख्मी हुआ होगा।