Vaishno Devi news: वैष्णो देवी तीर्थस्थान पर अब आपरेशन सिंदूर का प्रभाव कम होने लगा है। आने वालों की संख्या बढ़ने लगी हे पर यह इतना नहीं है जो कटड़ा के व्यापारियों के चेहरों पर खुशी ला सके क्योंकि जिस तीर्थस्थान पर प्रतिदिन 30 से 40 हजार श्रद्धालु आते रहे हों वहां 15 से 16 हजार की संख्या कोई मायने नहीं रखती है। पहलगाम नरसंहार के साथ ही वैष्णो देवी आने वालों की संख्या नाममात्र की इसलिए रह गई थी क्योंकि आधिकारिक तौर पर यात्रा को आपरेशन सिंदूर की शुरूआत के साथ ही बंद कर दिया गया था।
हालांकि इस बीच एक हजार से 1500 के करीब श्रद्धालु प्रतिदिन जरूर आते रहे थे। अब श्रद्धालुओं की संख्या में उछाल आने लगा है, और यह एक महीने बाद 18 हजार के पार पहुंच गई है। वैसे शनिवार को 21,650 श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन के लिए पंजीकरण कराया था, जबकि रविवार शाम तक 15,700 से अधिक यात्री भवन की ओर रवाना हो चुके थे।
यह पिछले एक माह में सबसे अधिक संख्या थी। यह सच हे कि पहलगाम क्षेत्र में अप्रैल माह में हुए आतंकी हमलों और सुरक्षा बलों के ऑपरेशन सिंदूर के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट आ गई थी, प्रतिदिन केवल 1000 से 1500 तीर्थयात्री ही दर्शन कर पा रहे थे। इससे स्थानीय व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
हालांकि, अब सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ कर दी गई है। यात्रा मार्ग पर सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई गई है, सीसीटीवी निगरानी प्रणाली को अपग्रेड किया गया है और हर चौकी पर विशेष टीमें तैनात हैं। इन पुख्ता इंतजामों के बाद अब हालात में सुधार देखा जा रहा है।
वहीं धीरे-धीरे बढ़ रही मां वैष्णो देवी की यात्रा के मध्यनजर मां वैष्णो देवी भवन परिसर हो या फिर आधार शिविर कटड़ा श्रद्धालुओ की चहल पहल शुरू हो गई है। श्रद्धालु अपनी मां वैष्णो देवी की यात्रा पूरी करने के बाद कटड़ा में प्रसाद के रूप में खरीदारी कर रहे हैं जिसके चलते बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है।
वहीं धीरे-धीरे मां वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है वर्तमान में मां वैष्णो देवी की यात्रा का आंकड़ा 16000 प्रति दिन से ऊपर पहुंच गया है और उम्मीद की जा रही है कि आगामी जून माह में देश भर में ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते मां वैष्णो देवी की यात्रा अपने पूरी यौवन पर होगी। जिसका नगर का व्यापारी वर्ग बेसब्री से इंतजार कर रहा है।