टीके खत्म होने के कारण 18-44 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण केंद्र किए जा रहे बंद : केजरीवाल
By भाषा | Updated: May 22, 2021 18:34 IST2021-05-22T18:34:35+5:302021-05-22T18:34:35+5:30

टीके खत्म होने के कारण 18-44 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण केंद्र किए जा रहे बंद : केजरीवाल
नयी दिल्ली, 22 मई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में टीके खत्म होने के कारण 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों को बंद किया जा रहा है।
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तत्काल टीके उपलब्ध कराने और शहर का कोटा बढ़ाने की मांग करते हुए पत्र लिखा है।
देश टीके की कमी का सामना कर रहा है, ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को चार सुझाव दिए हैं जिनमें विदेशी उत्पादकों से टीके की खरीद और कंपनियों को भारत में आकर टीके का उत्पादन करने की अनुमति देने की सलाह शामिल है।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रविवार से दिल्ली में युवाओं के लिए सभी टीकाकरण केंद्रों को बंद कर दिया जाएगा क्योंकि टीकों का भंडार खत्म हो गया है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को अपने युवाओं को टीका लगाने के लिए एक महीने में 80 लाख टीकों की जरूरत है लेकिन उसे मई में केवल 16 लाख टीके मिले। उन्होंने कहा कि दिल्ली का कोटा और कम करते हुए केंद्र जून में आठ लाख टीके ही मुहैया कराएगा।
उन्होंने बताया कि अबतक दिल्ली में 50 लाख लोगों का टीकाकरण हुआ है और राष्ट्रीय राजधानी को सभी वयस्कों को टीके लगाने के लिए 2.5 करोड़ टीकों की आवश्यकता है।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘आठ लाख खुराक प्रति महीने की रफ्तार से दिल्ली में सभी वयस्कों को टीका लगाने में 30 महीने लग जाएंगे। तबतक कोई नहीं जानता कि कितनी लहरें आएंगी और कितनी मौतें होंगी।’’
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से दिल्ली का कोटा बढ़ाने और टीकों की आपूर्ति करने का अनुरोध किया।
उन्होंने देश में टीके की उपलब्धता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को चार सुझाव दिए।
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार को 24 घंटे के भीतर देश की सक्षम कंपनियों को कोवैक्सीन का टीका उत्पादन शुरू करने का निर्देश देना चाहिए क्योंकि भारत बायोटेक फार्मूला साझा करने पर सहमत है।
उन्होंने कहा कि विदेश में उत्पादित टीके का इस्तेमाल भारत में होना चाहिए और केंद्र को राज्यों की ओर से इनकी खरीद करनी चाहिए, क्योंकि बड़े पैमाने पर खरीद अधिक प्रभावी होगी।
उन्होंने सुझाव दिया कि विदेशी कंपनियों को भारत में टीके का उत्पादन करने की अनुमति दी जानी चाहिए और केंद्र को उन देशों से टीके की खुराक प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए, जहां पर उनकी जरूरत से अधिक खुराक मौजूद है।
केजरीवाल ने जोर देकर कहा कि कम समय में अधिकतर लोगों का टीकाकरण ही दिल्ली और देश को कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बचाने का उपाय है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम बिस्तर, ऑक्सीजन और दवाओं की व्यवस्था कर रहे हैं लेकिन टीका ही प्राण घातक वायरस से रक्षा का सबसे प्रभावी हथियार है।’’
उन्होंने दावा किया कि टीके की कमी सरकार के लिए ही चिंता का विषय नहीं है बल्कि आम लोग भी इस संकट से भयभीत हैं।
केजरीवाल ने कहा कि टीके की कमी ने देश को बहुत मुश्किल स्थिति में डाल दिया है।
उन्होंने एक कॉल की जानकारी देते हुए बताया कि एक बूढ़ी मां ने उसके स्थान पर टीका बेटे को लगाने का अनुरोध यह कहते हुए किया कि परिवार की देखभाल की जिम्मेदारी उसी पर है।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘मुझे यह सुनकर बहुत दुख हुआ। पिता, मां, भाई या बहन के सामने इस ‘धर्मसंकट’से अधिक कष्टकर कुछ भी नहीं हो सकता कि टीका लिया जाए या परिवार के युवा सदस्यों के लिए छोड़ दिया जाए।’’
केजरीवाल ने कहा कि यह राहत की बात है कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम हुए हैं लेकिन साथ ही आगाह किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि खतरा टल गया और सभी से एहतियात बरतने की अपील की।
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में करीब 2,200 मामले सामने आए और संक्रमण दर 3.5 प्रतिशत रही।
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