उत्तराखंड: आदिवासियों ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए भेंट किया ‘भोजपत्र’, जानें इस अनोखे गिफ्ट का महाभारत से क्या है कनेक्शन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 22, 2022 08:04 AM2022-10-22T08:04:26+5:302022-10-22T10:05:05+5:30
आपको बता दें कि जोशीमठ के सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले नीति-माणा घाटी के जनजाति समुदायों ने तीर्थ स्थलों को फिर से जीवंत करने के कार्य के लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया है और भारतीय संस्कृति की रक्षा तथा इसे बढ़ावा देने के उनके संकल्प की सराहना भी की है।
देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी उत्तराखंड यात्रा के दौरान जोशीमठ के सीमावर्ती क्षेत्रों के जनजाति समुदायों ने शुक्रवार को एक अनोखा भोजपत्र भेंट किया है।
नीति-माणा घाटी के जनजाति समुदायों ने पीएम मोदी का किया आभार व्यक्त
अधिकारियों ने बताया कि जोशीमठ के सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले नीति-माणा घाटी के जनजाति समुदायों ने तीर्थ स्थलों को फिर से जीवंत करने के कार्य के लिए मोदी का आभार व्यक्त किया और भारतीय संस्कृति की रक्षा तथा इसे बढ़ावा देने के उनके संकल्प की सराहना की है।
पीएम मोदी को दिया अनोखा गिफ्ट
इस पर अधिकारियों ने आगे कहा कि माणा में वन पंचायत की सरपंच बीना बडवाल ने प्रधानमंत्री को भोजपत्र भेंट किया है। आपको बता दें कि भोजपत्र का पेड़ पश्चिमी हिमालय में बेहद ऊंचाई वाले क्षेत्रों उगता है। अधिकारियों ने कहा कि इसका महत्व यह है कि भोजपत्र के पेड़ की छाल पर महाभारत और अन्य प्राचीन ग्रंथ लिखे गए थे।
शुक्रवार को केदारनाथ धाम पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिला में प्रसिद्ध केदारनाथ धाम पहुंचे थे, जहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा शुरू की है। इससे पहले, प्रधानमंत्री सफेद रंग के पहाड़ी परिधान और पहाड़ी टोपी में केदारनाथ हेलीपैड से मंदिर पहुंचे, जहां तीर्थ पुरोहितों तथा अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया था।
मोदी के परिधान पर ‘‘स्वास्तिक’’ का चिह्न भी बना था। केदारनाथ के बाद प्रधानमंत्री बदरीनाथ भी गए थे।
उत्तराघंड सीएम समेत अन्य नेता ने पीएम मोदी का किया स्वागत
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। आपको बता दें कि राज्य के दो दिवसीय दौरे के दौरान वह कई जारी विकास परियोजनाओं का जायजा लिया और नई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखा है।
प्रधानमंत्री के देहरादून के निकट जौलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचने पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने उनकी अगवानी की थी। प्रधानमंत्री पहले केदारनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना करने के बाद 9.7 किलोमीटर लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ रज्जूमार्ग परियोजना की आधारशिला भी रखा है।