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24 साल पहले परिवार को बिना बताए घर छोड़कर चला गया था शख्स, लॉकडाउम में आया वापस तो ऐसे हुई पहचान

By सुमित राय | Updated: May 23, 2020 13:14 IST

24 साल पहले अपने परिजनों को बिना बताए घर छोड़कर गया शख्स कोविड-19 लॉकडाउन में गुजरात से अपने गांव लौट आया है।

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ठळक मुद्देशख्स 18 मई को गुजरात से अपने घर में वापस आया, लेकिन शुरुआत में लोग उसे पहचान नहीं पा रहे थे।फिर उसने अपने परिजनों के नाम बताए, तब उसकी पहचान हुई और फिर उसकी मां ने भी पहचान लिया।

कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच उत्तराखंड के उस परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई जब 24 साल पहले बिना बताए घर छोड़कर गया शख्स लॉकडाउन में वापस आ गया। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के रमादी गांव के रहने वाले शख्स प्रकाश सिंह कार्कि 24 साल बाद घर वापस आ गया है।

बताया जा रहा है कि शख्स 18 मई को गुजरात से अपने घर में वापस आया, लेकिन शुरुआत में लोग उसे पहचान नहीं पा रहे थे, लेकिन फिर उसने अपने परिजनों के नाम बताए और फिर उसकी मां ने भी पहचान लिया।

ग्राम प्रधान गणेश कुमार ने बताया कि प्रकाश को हमलोग पहचान नहीं पा रहे थे, तब उसकी पहचान के बारे में पूछताछ की और उसने अपने माता-पिता और दो भाइयों का नाम बताया। यह जानकर आश्चर्य हुआ कि यह प्रकाश सिंह है, जो वापस आ गया है और तुरंत उसकी मां को फोन किया।

उन्होंने बताया, "जब उसने अपने परिवार के सदस्यों का नाम लिया, तो हम चौंक गए, क्योंकि घर छोड़कर गया लड़का एक बड़ा आदमी बनकर लौटा है। लॉकडाउन को धन्यवाद। जब उनकी मां ने उन्हें पहचान लिया, तो यह पुष्टि हो गई कि यह प्रकास सिंह कार्की ही है, जो वापस आ गया है।"

दो दशक से ज्यादा समय के बाद अपने बेटे को देखने के बाद मां बछुली देवी काफी खुश हैं और उन्होंने कहा कि साल 1995 में वह हमसे कुछ भी कहे बिना चला गया था। उसके पिता और मैंने उसे बहुत खोजा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ जिसके बाद मैंने उसे फिर से देखने की सारी उम्मीद खो दी। लेकिन मुझे लगता है भगवान महान है, क्योंकि मेरा बेटा वापस आ गया है और मैं उसके साथ हूं।

24 साल बाद घर वापस आने के बाद प्रकाश सिंह कार्की का कहना है कि अब वह अपने परिवार को कभी नहीं छोड़ेगा। उसने कहा, "इस दौरान मैंने अपने माता-पिता और भाइयों को बहुत याद किया। अब जब मैं वापस लौट आया हूं, तो मैं फिर से नहीं जाऊंगा और केवल यहीं रहूंगा।"

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