ऋषिकेश। कोरोना वायरस के प्रकोप को नजरअंदाज कर लोग बेवजह घरों से बाहर निकलने की लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। इस कड़ी में गांव-देहात के लोगों के साथ-साथ विदेशी पीछे नहीं है। लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन का ताजा मामला उत्तराखंड में प्रकाश में आया है। लॉकडाउन के दौरान यहां कुछ विदेशी नागरिकों को गंगा घाट पर आराम फरमाते देखा गया। जानकारी मिलते ही उत्तराखंड पुलिस घाट पर पहुंच गई। वहां मौजूद सभी विदेशी नागरिकों पुलिस ने घेर लिया। पुलिस ने सभी विदेशी नागरिकों से कागज पर 500 बार 'आई एम सॉरी' लिखवाया।
हम बात कर रहें हैं उत्तराखंड के ऋषिकेश की। यहां लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर दस विदेशियों को पुलिस ने अनोखी सजा दी है। विदेशी नागरिक शनिवार को गंगा किनारे साईं घाट पर लॉकडाउन के बावजूद धूप सेंकने में लगे थे, पुलिस ने सबसे कागज पर 500 बार 'आई एम सॉरी' लिखवाया। इजरायल, ऑस्ट्रेलिया, मेक्सिको और कुछ यूरोपीय देशों से आए इन विदेशी नागरिकों से पुलिस ने कागज पर 'मैने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है, मुझे माफ कर दो' 500 बार लिखवाया।
उत्तराखंड सरकार ने लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की मांग की
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्र सरकार से लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की मांग की है। हालांकि जिन जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है, वहां लोगों की आवाजाही पर लगी पाबंदियों को आंशिक रूप से खत्म करने का भी सुझाव दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन खत्म करने के संबंध में एक विस्तृत नीतिगत विवरण भी केंद्र को सौंपा है । लॉकडाउन से बाहर निकलने की रावत की योजना में उन जिलों में आवाजाही पर लगी पाबंदियों में आंशिक ढील देने की भी मांग की गयी है, जो कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित नहीं हुए हैं। लॉकडाउन जारी रहने के दौरान आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने और सामाजिम मेलजोल से दूर रहने के नियमों का पालन करने पर भी जोर दिया गया है। संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में सख्त उपायों के भी प्रस्ताव दिए गए हैं।