लखनऊ, 18 फरवरी विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत के पहले दिन बृहस्पतिवार को समाजवादी पार्टी के विधायकों ने किसानों के आंदोलन के समर्थन में यहां उत्तर प्रदेश विधानसभा भवन के बाहर धरना दिया।
सरकार के खिलाफ और किसानों के पक्ष में नारे लगाते हुए, सपा विधायकों ने पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने विधान भवन परिसर में धरना देकर कर मांग की कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले।
विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, विधान परिषद में नेता विपक्षी दल अहमद हसन और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की अगुवाई में सदस्यों ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना देकर सरकार विरोधी नारे लगाए।
सपा विधायक महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि, रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी और गन्ना बकाया के भुगतान लिए राज्य सरकार की आलोचना करने वाले बैनर और तख्तियां लाये थे। इससे पहले, कुछ विधायक गन्ना और धान की बोरी लेकर ट्रैक्टर से पहुंचे, जिन्हें पुलिसकर्मियों ने रोक दिया।
सपा सदस्य नारा लगा रहे थे, ‘‘काला कानून वापस लो। जबसे भाजपा सरकार आई है- कमर तोड़ महंगाई है। नया कृषि कानून वापस लो। महंगा डीज़ल, महंगी बिजली- भाजपा सरकार निकली नक़ली।’’ सपा सदस्यों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं।
सपा के विधानपरिषद सदस्य रामवृक्ष यादव ने बताया, ‘‘कुछ सदस्य ट्रैक्टर से आए थे जिन्हें गेट पर पुलिस ने रोक दिया।’’
उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र बृहस्पतिवार को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ।
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