AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी को मुरादाबाद के होटल में नहीं मिला कमरा, जानें किसके कहने पर हैदराबाद के सांसद को किया गया इनकार
By आजाद खान | Updated: January 5, 2022 13:54 IST2022-01-05T13:42:41+5:302022-01-05T13:54:28+5:30
इस मामले में होटल वालों का कहना है कि ओवैसी को कमरा नहीं देने के लिए पुलिस ने मना किया है।

AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी को मुरादाबाद के होटल में नहीं मिला कमरा, जानें किसके कहने पर हैदराबाद के सांसद को किया गया इनकार
उत्तर प्रदेश: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को पहले से ही बुक करने के बावजूद भी उन्हें कमरा नहीं मिलने की बात सामने आई है। यह घटना मुरादाबाद का है जहां वे एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए आने वाले थे। जानकारी के मुताबिक, ओवैसी के नाम से कुछ कमरें पहले से ही बुक किए गए थे लेकिन जब उनके आने का समय हुआ तो होटल वालों ने कमरा देने से इंकार कर दिया। इस पर ओवैसी के समर्थक भड़क गए और होटल के बाहर जमकर हंगामा भी किया। वहीं जब इस मामले में होटल वालों से बात किया गया तो उन लोगों ने बताया कि असदुद्दीन ओवैसी को कमरे नहीं देने के लिए पुलिस वालों ने मना किया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी के तरफ से दिल्ली रोड स्थित होटल ड्राइव इन 24 में कुछ कमरें बुक किए गए थे। ओवैसी के नाम से पहले से ही बुक कमरें को लेने जब कार्यकर्ताओं ने होटल पहुंचा तो होटल वालों ने कमरा देने से साफ इंकार कर दिया। इस पर कार्यकर्ताओं ने खूब बवाल किया और कारण जानने की कोशिश की, तो उन्हें पता चला कि कमरा नहीं देने के लिए पुलिस ने मना किया है। वहीं जब इस मामले में पुलिस से पूछा गया तो उन लोगों ने कमरा नहीं देने के बात से इंकार किया, बल्कि यह बात भी कहा कि सुरक्षा मामलों के कारण ओवैसी को यहां आने से पहले पुलिस को जानकारी देनी चाहिए थी। होटल वालों ने ओवैसी के अलावा और लोगों को कमरे देने पर कोई रोक नहीं होने के बात को भी स्वीकारा है।
ओवैसी ने जनसभा को किया रद्द
उत्तर प्रदेश का माहौल ओवैसी के लिए अभी कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ जहां उनको होटल में कमरा नहीं मिलता है तो वहीं दूसरी तरफ उनको अपनी चुनावी सभाएं भी रद्द करनी पड़ जा रही है। ऐसे में उन्होंने गुजरात की साबरमती जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के साथ एक प्रस्तावित जनसभा भी करने वाले थे, लेकिन अली अहमद के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज होने के बाद ओवैसी को यह फैसला लेना पड़ा था।