उत्तर प्रदेश को राममंदिर बनाने वाला शासन चाहिए: अमित शाह
By भाषा | Updated: December 30, 2021 20:51 IST2021-12-30T20:51:47+5:302021-12-30T20:51:47+5:30

उत्तर प्रदेश को राममंदिर बनाने वाला शासन चाहिए: अमित शाह
मुरादाबाद/अलीगढ़/उन्नाव, 30 दिसंबर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की प्रशंसा करने के लिए बृहस्पतिवार को भगवान हनुमान का उल्लेख किया और कहा कि उनके (योगी) शासन में कोई 'बाहुबली' दिखाई नहीं पड़ता है, बल्कि केवल ''बजरंगबली' दिखाई पड़ते हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए 2022 में होने वाले चुनाव से पहले शाह ने यहां जन विश्वास यात्रा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी की सरकार में जनता को 'बाहुबली' परेशान करते थे, हमारी बहू बेटियों को परेशान करते थे, जमीन छीन लेते थे। आज योगी जी (योगी आदित्यनाथ) के शासन में कोई बाहुबली दिखाई नहीं पड़ता, केवल बजरंगबली दिखाई पड़ते हैं।’’
शाह ने जनविश्वास यात्रा को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश की जनता को ‘बुआ-बबुआ-बहन’ का ''निजाम'' (एनआईजेडएएम) नहीं चाहिए बल्कि उसने श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शासन वापस लाने का मन बना लिया है।''
शाह का ‘बुआ, बबुआ, बहन’ से शाह का परोक्ष तौर पर तात्पर्य मायावती, अखिलेश और प्रियंका गांधी वाद्रा से था, लेकिन उन्होंने किसी का नाम नही लिया।
शाह ने कहा, ''बुआ-बबुआ-बहन की निजाम (एनआईजेडएएम) का मतलब है - ‘एन’ से नसीमुद्दीन, ‘आई’ से इमरान मसूद, ‘जेडए’ से आजम खान और ‘एम’ से मुख्तार अंसारी। उनका ‘निजाम’ भ्रष्टाचार, अपराध, गुंडागर्दी और अराजकता का प्रतीक है। उत्तर प्रदेश की जनता ने आजम खान और मुख्तार अंसारी के शासन की जगह श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शासन वापस लाने का मन बना लिया है।''
शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश को एक नए प्रकार का लैब (एलएबी) दिया, जिसका मतलब है ‘एल’ से लूट, ‘ए’ से आतंकवाद और ‘बी’ से भ्रष्टाचार। उन्होंने आरोप लगाया कि इन पार्टियों ने पूरे प्रदेश को लूटा और इत्र वाले जैसों की बोरियां भरने का काम किया।
उन्होंने दावा किया, ‘‘योगी आदित्यनाथ सरकार में हत्या, अपहरण, डकैती, लूट, महिलाओं के खिलाफ अपराध- इन सब में भारी कमी आयी है और प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। सपा सरकार में हर जनपद में जनता को बाहुबली परेशान करता था लेकिन आज बाहुबली बिल में दुबकने को मजबूर हैं।’’
समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘सपा सरकार की पहचान थी तीन ‘पी’ अर्थात परिवारवाद, पक्षपात और पलायन जबकि भारतीय जनता पार्टी की पहचान है तीन ‘वी’ अर्थात विकास, व्यापार और सांस्कृतिक विरासत।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भगवान हनुमान का उल्लेख करते हुये कहा कि योगी आदित्यनाथ के शासन में कोई 'बाहुबली' दिखाई नहीं पड़ता है, बल्कि केवल 'बजरंगबली' दिखाई पड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने दिखाया था कि सुशासन क्या होता है। शाह ने कहा, "बाबूजी (कल्याण सिंह को उनके समर्थक बाबू जी कहते हैं) ने राम जन्मभूमि के लिए अपनी कुर्सी का त्याग किया था।"
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, 'चुनाव नजदीक आने पर अखिलेश कल्याण सिंह को याद नहीं रखते, लेकिन जिन्ना को याद करते हैं।'
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 31 अक्टूबर को हरदोई में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उनकी जमकर तारीफ की थी, लेकिन साथ ही पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना सहित चार नेताओं का उल्लेख भी किया था। उन्होंने कहा था, ‘‘सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और भारत की आजादी के लिए किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटे।’’
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "आडवाणी (लालकृष्ण आडवाणी) जी ने राम जन्मभूमि के लिए रथ यात्रा निकाली और समाजवादी पार्टी ने (कारसेवकों पर) गोलियां चलाईं और उन पर लाठियां भी चलावायीं। लेकिन, यह हमारे प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी जी थे, जिन्होंने राम मंदिर का भूमिपूजन किया।"
अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए शाह ने कहा कि आप कितनी भी कोशिश कर लें, कुछ ही महीनों में भगवान राम का भव्य मंदिर बनेगा।
मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा,‘‘हमने सभी आतंकवादी गतिविधियों को करारा झटका दिया है और दो साल पहले पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद हमने पड़ोसी देश को मुंहतोड़ जवाब दिया।’’
शाह ने कहा कि भले ही उत्तर प्रदेश में बुआ-बबुआ और बहन तीनों इकट्ठें आ जाएँ, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के सामने उनकी एक भी दाल नहीं गलेगी।
उन्होंने बसपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आ गया है और बहनजी (मायावती) प्रचार करने के लिए भी निकल नहीं रहीं। लगता है, वे पहले ही हार से भयभीत हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा विकास नहीं कर सकती।’’
बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बिना उन्होंने दावा किया कि बुआ, बबुआ या कांग्रेस नेता, उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकते। उन्होंने दावा किया कि भाजपा उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में 300 से अधिक सीटें हासिल करेगी।
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