उत्तर प्रदेश: भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया को एमपी-एमएलए कोर्ट ने सुनाई दो साल की सजा, जाएगी सांसदी
By रुस्तम राणा | Published: August 5, 2023 06:29 PM2023-08-05T18:29:37+5:302023-08-05T18:38:19+5:30
भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया ने कहा, मैं कोर्ट के सामने पेश हुआ था। कोर्ट ने मेरे खिलाफ फैसला दिया है। मैं कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं। मेरे पास आगे अपील करने का अधिकार है जिसका में इस्तेमाल करुंगा।
लखनऊ: एमपी-एमएलए कोर्ट ने शनिवार को 2012 में एक मॉल में एक कंपनी में तोड़फोड़ के मामले में यूपी, इटावा से भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया को दो साल की कैद की सजा सुनाई। अदालत ने उन्हें आईपीसी की धारा 147 (दंगा) और 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत दोषी पाया गया है।
2 साल की सजा सुनाए जाने पर अब भाजपा सांसद को अपनी लोकसभा की सदस्यता गंवानी पड़ेगी। वहीं कोर्ट से सजा मिलने के बाद कठेरिया ने कहा, मैं कोर्ट के सामने पेश हुआ था। कोर्ट ने मेरे खिलाफ फैसला दिया है। मैं कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं। मेरे पास आगे अपील करने का अधिकार है जिसका में इस्तेमाल करुंगा।
#WATCH मैं कोर्ट के सामने पेश हुआ था। कोर्ट ने मेरे ख़िलाफ़ फ़ैसला दिया है। मैं कोर्ट के फ़ैसले का सम्मान करता हूं। मेरे पास आगे अपील करने का अधिकार है जिसका में इस्तेमाल करुंगा: भारतीय जनता पार्टी के सांसद रामशंकर कठेरिया https://t.co/hla5bLFJrhpic.twitter.com/gfI6OHw9mr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2023
बता दें कि जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 8 के मुताबिक, दो साल या उससे ज्यादा सजा के मामले में सांसद या विधायक की सदस्यता रद्द हो सकती है। इसके अलावा सजा काटने के छह साल के दौरान चुनाव लड़ने पर भी रोक का प्रावधान है। अगर ऊपरी अदालत दोषी करार दिए जाने पर रोक नहीं लगाती है तो संसद सदस्यता जा सकती है।
कौन हैं रामशंकर कठेरिया?
रामशंकर कठेरिया उत्तर प्रदेश के इटावा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। उन्होंने नवंबर 2014 से जुलाई 2016 तक मानव संसाधन विकास मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था।
कठेरिया राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह संसद की रक्षा संबंधी स्थायी समिति और गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य हैं।
2019 में, कठेरिया पर आगरा में एक टोल प्लाजा कर्मचारियों पर हमले से संबंधित एक मामले में मामला दर्ज किया गया था। विधायक के अंगरक्षकों ने कथित तौर पर टोल प्लाजा कर्मचारियों की पिटाई की और हवा में गोलियां चलाईं।
यह हमला टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। लेकिन भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने ही उनके सुरक्षा गार्डों पर हमला किया था, जिससे उन्हें आत्मरक्षा में गोली चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा।