UP Ki Taja Khabar: लखनऊ में मुख्तार अंसारी के खिलाफ LDA की बड़ी कार्रवाई, बेटों की दो अवैध इमारतें की ध्वस्त
By विनीत कुमार | Updated: August 27, 2020 10:18 IST2020-08-27T10:16:27+5:302020-08-27T10:18:19+5:30
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने गुरुवार को बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेटों की डालीबाग इलाके में बनी दो अवैध इमारतों को गिरा दिया। इस दौरान क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

लखनऊ: मुख्तार अंसारी के बेटों की अवैध इमारत जमींदोज (फोटो-एएनआई)
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्तार अंसारी के खिलाफ लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एलडीए ने गुरुवार सुबह राजधानी के डालीबाग में बने मुख्तार अंसारी के बेटों की दो इमारतों को गिरा दिया। इस काम में 20 से अधिक जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया गया। साथ ही इस दौरान लगभग ढाई सौ से अधिक पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे।
एलडीए ने इन इमारतों को गिराने का आदेश 11 अगस्त को ही दिया था। इमारतों को गिराने की कार्रवाई गुरुवार सुबह शुरू हुई। मौके पर मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास और उमर अंसारी के टावर पर झड़प भी हो गई। इसके बाद बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर भगाया।
Gangster Mukhtar Ansari's illegally owned property demolished near Dalibagh Colony. Expenses of demolition will be recovered from him. FIR will be registered. Responsibility of officials under whom this illegal construction took place will be fixed: Lucknow Administration pic.twitter.com/3mmtre2s6p
— ANI UP (@ANINewsUP) August 27, 2020
बता दें कि मुख्तार अंसारी के बेटों ने शत्रु संपत्ति पर कब्जा कर दो मंजिला इमारत बना ली थी। एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने बताया कि नगर विकास अधिनियम की धारा 27 के तहत ये कार्रवाई की गई है। मुख्तार अंसारी की छवि दबंग माफिया के तौर पर है। अंसारी पूर्वांचल की मऊ सदर विधानसभा सीट से विधायक हैं।
इससे पहले गाजीपुर जिला प्रशासन ने भी पिछले महीने अंसारी की पत्नी और एक अन्य रिश्तेदार द्वारा कथित तौर पर अवैध रूप से बनवाए और खाद्य निगम को किराए पर दिए गए भवन को गिरा दिया था। साथ ही उस जमीन को फिर से ग्राम प्रबंध समिति के कब्जे में दर्ज करा दिया।
अंसारी के रिश्तेदारों ने फतेहउल्लापुर गांव में स्थित करीब पांच बीघा जमीन के मालिक के तौर पर अपना नाम दर्ज करा लिया था। इस जमीन पर उन्होंने एक भवन का निर्माण कराकर उसे गोदाम के तौर पर खाद्य निगम को किराये पर दे दिया था।