Coronavirus: यूपी में शराब के बाद पान मसाला और तंबाकू की बिक्री से हटा बैन, सरकार ने 25 मार्च को किया था प्रतिबंध
By भाषा | Published: May 7, 2020 02:53 PM2020-05-07T14:53:19+5:302020-05-07T14:53:19+5:30
देश भर में शराब की बिक्री जारी है। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने पान मसाला और तंबाकू से प्रतिबंध हटा दिया है। यूपी सरकार ने 25 मार्च को ही राज्य में प्रतिबंधित किया था।
लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार ने पान मसाले की बिक्री तथा उत्पादन से प्रतिबंध हटा लिया है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने 25 मार्च को पान मसाला निर्माण व बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था।
उत्तर प्रदेश में शराब बिक्री पर लगे प्रतिबंध को खत्म करने के बाद पान मसाला बनाने व बेचने पर लगी रोक भी बुधवार को हटा ली गई। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त अनीता सिंह की ओर से बुधवार को पान मसाला बनाने व उसके वितरण व बिक्री पर लगाये गए प्रतिबंध को हटाने का आदेश जारी किया गया है।
अनीता सिंह ने एक आदेश में कहा है कि प्रदेश में तंबाकू एवं निकोटिन युक्त पान मसाला, गुटखा के निर्माण भंडारण व बिक्री पर लगा प्रतिबंध यथावत बना रहेगा। पान मसाले के निमार्ण, वितरण एवं बिक्री में गृह विभाग के निदेर्शों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। राज्य में तंबाकू तथा निकोटिन युक्त पान मसाला-गुटखा के निमार्ण, भंडारण तथा बिक्री पर लगाया गया प्रतिबंध यथावत जारी रहेगा।
लाकडाउन के दौरान जब सरकार ने प्रदेश में पान मसाले पर रोक लगाई थी तो कहा था कि लोग गुटखा और पान मसाला खाकर सरकारी दफ्तरों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों में थूकते हैं। इस कारण कोरोना वायरस के संक्रमण का भी खतरा बढ़ गया है। ऐसे में इस पर रोक जरूरी है।
सरकार ने जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 25 मार्च से पान मसाले की बिक्री पर रोक लगा दी थी । खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त की ओर से जारी आदेश में यह भी निर्देश दिया गया है कि कोरोना महामारी के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के संबंध में गृह विभाग की ओर से जारी निर्देशों का अनुपालन भी सुनिश्चित किया जाएगा। यानी ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में उद्योगों को जो छूट दी गई है उसके अनुसार ही कार्य करना होगा।
प्रवासी श्रमिकों को लेकर रात आठ बजे रवाना होगी दिल्ली से पहली विशेष ट्रेन
कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच राष्ट्रीय राजधानी से पहली विशेष ट्रेन करीब 1,200 प्रवासी श्रमिकों को लेकर बृहस्पतिवार रात आठ बजे उनके गृह राज्य मध्य प्रदेश रवाना होगी। ये श्रमिक बंद की वजह से यहां फंसे हुए हैं। एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ दिल्ली के आश्रय गृहों में रह रहे मध्य प्रदेश के करीब 1,200 प्रवासी श्रमिकों को लेकर यह ट्रेन उनके गृह राज्य रवाना होगी।’’
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में फंसे बिहार और उत्तर प्रदेश के वैसे प्रवासी श्रमिक जो अपने घर लौटने की इच्छा रखते हैं, उन्हें गृह राज्य भेजने के लिए दिल्ली सरकार इन दोनों राज्यों की सरकार से भी बातचीत कर रही है। मध्य प्रदेश के लिए विशेष ट्रेन रात आठ बजे रवाना होगी। अधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश जा रहे प्रवासी श्रमिकों की जांच की जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी में करीब 10,000 प्रवासी श्रमिक सरकार द्वारा बनाए गए आश्रय स्थलों में रह रहे हैं।
हाल में सरकार ने प्रवासी श्रमिकों को उनके राज्य तक आवाजाही की सुविधा प्रदान करने के लिए मुख्य सचिव (सामाजिक कार्यकर्ता) पी के गुप्ता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘ वैसे प्रवासी श्रमिक जो अपने गृह राज्य जाना चाहते हैं, उन्हें भेजा जाएगा। हम बिहार और उत्तर प्रदेश के सरकारों से इस संबंध में बातचीत कर रहे हैं।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए मार्च में देशव्यापी बंद की घोषणा की थी जिसके बाद हजारों प्रवासी श्रमिक अपने गृह राज्य पैदल और कई अन्य माध्यमों से जाने लगे थे। हालांकि अधिकारियों ने उन्हें रोका और अस्थायी शिविरों में भेज दिया।