उत्तर प्रदेश: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- आज ईद है और ईद की नमाज कहीं भी सड़क पर नहीं हो रही है
By रुस्तम राणा | Updated: April 22, 2023 17:02 IST2023-04-22T16:57:49+5:302023-04-22T17:02:33+5:30
सीएम योगी ने कहा, आज ईद है, ईद की नमाज पढ़ी जा रही है लेकिन कहीं भी सड़क पर नमाज नहीं हो रही, कोई आवागमन बंद नहीं है क्योंकि सभी को मालूम है कि ये कानून का राज है और ये सब के लिए समान है।

उत्तर प्रदेश: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- आज ईद है और ईद की नमाज कहीं भी सड़क पर नहीं हो रही है
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षगण के 24वें राष्ट्रीय सम्मेलन को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने अपने राज्य की कानून व्यवस्था की सराहना की। सीएम योगी ने कहा, आज ईद है, ईद की नमाज पढ़ी जा रही है लेकिन कहीं भी सड़क पर नमाज नहीं हो रही, कोई आवागमन बंद नहीं है क्योंकि सभी को मालूम है कि ये कानून का राज है और ये सब के लिए समान है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पहले आजमगढ़ जैसे जनपद के नाम से लोग घबराते थे। आज आजमगढ़ एक्सप्रेस हाइवे से भी जुड़ा है, आजमगढ़ में एयरपोर्ट भी बन रहा है। आजमगढ़ में विश्वविद्यालय भी बना रहे हैं। आज वहां कोई भय नहीं है, किसी प्रकार की कोई अराजकता नहीं है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों की पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि पहले भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठते थे लेकिन अब प्रतिभा को सम्मान मिलता है।
आज ईद है, ईद की नमाज पढ़ी जा रही है लेकिन कहीं भी सड़क पर नमाज नहीं हो रही, कोई आवागमन बंद नहीं है क्योंकि सभी को मालूम है कि ये कानून का राज है और ये सब के लिए समान है: उ.प्र. CM योगी आदित्यनाथ pic.twitter.com/8g5A9GLPUs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 22, 2023
उन्होंने कहा, '' पहले भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी, उस समय भर्ती प्रक्रिया में भाई-भतीजावाद और जातिवाद का मुखौटा लगाकर योग्यता और प्रतिभा के साथ अन्याय होता था। ऐसे में हमने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए अच्छे ईमानदार लोगों की टीम तैयार की और पिछले छह वर्षों में पुलिस विभाग में एक लाख 64 हजार से अधिक पदों को पारदर्शी तरीके से भरा गया।''
उन्होंने कहा कि जब 2017 में उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली थी तो उस समय उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, उच्चतर शिक्षा चयन आयोग और माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग से जुड़ी परीक्षाओं में शिकायतों का अंबार नजर आया था।
उन्होंने कहा ,'' कई भर्ती प्रक्रियाओं में न्यायालय से स्थगनादेश चल रहा था और कुछ मामलों में अदालत ने गंभीर टिप्पणियां भी कर रखी थीं, पुलिस में डेढ़ लाख पद खाली पड़े थे क्योंकि इस पर सुप्रीम कोर्ट का स्थगन था। मैंने अधिकारियों से कहा कि भर्ती को लेकर जो भी कमियां थीं उसे दूर करिए।''