लाइव न्यूज़ :

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावः पिछले साढ़े चार साल में पहली बार केशव प्रसाद मौर्य के घर पहुंचे सीएम योगी, जानें मामला

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 22, 2021 20:39 IST

Uttar Pradesh Assembly Elections: भोज उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पिछली 22 मई को संपन्न हुए अपने पुत्र योगेश मौर्य के विवाह के उपलक्ष्य में दिया था।

Open in App
ठळक मुद्देउपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर आयोजित दोपहर भोज में शामिल हुए। मौर्य भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे और मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। राज्य का आगामी विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा, यह पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा।

Uttar Pradesh Assembly Elections:उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा की तैयारियों के बीच मंगलवार को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और आरएसएस के सह-सरकार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोपाल व कई पदाधिकारी उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर आयोजित दोपहर भोज में शामिल हुए।

आधिकारिक तौर पर यह भोज उप मुख्यमंत्री मौर्य ने पिछली 22 मई को संपन्न हुए अपने पुत्र योगेश मौर्य के विवाह के उपलक्ष्य में दिया था लेकिन इसके राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं और इसकी कई वजहें गिनाई जा रही हैं। यह दावा किया जा रहा है कि पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहने वाले मुख्‍यमंत्री पिछले साढ़े चार साल में मौर्य के सरकारी आवास पर पहली बार गये।

मौर्य के सरकारी आवास पर पहली बार गये

योगी और केशव मौर्य के बीच कथित राजनीतिक मतभेद की खबरें भी समय-समय पर मीडिया की सुर्खियां बनती रही हैं। मुख्‍यमंत्री, राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह-सरकार्यवाह गोपाल, क्षेत्र प्रचारक अनिल और प्रांत प्रचारक कौशल के मंगलवार को उप मुख्यमंत्री मौर्य के आवास पर जाने को लेकर चर्चाओं को हवा मिली और इसे रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलाने के तौर पर भी देखा गया। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भाजपा विपक्ष को आने वाले चुनाव में कोई मौका देना नहीं चाहती है कि इस आयोजन से एकजुटता का संदेश देने की पहल की गई है।

मौर्य भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे

दरअसल, 2017 में जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुआ तब मौर्य भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे और मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। अचानक गोरक्षपीठ के महंत और गोरखपुर से पांच बार के सांसद आदित्यनाथ को भाजपा नेतृत्व ने मुख्यमंत्री घोषित कर दिया और बाद में उनके विधायक दल का नेता चुने जाने की औपचारिकता हुई।

इधर, पिछले एक माह से उत्तर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अटकलों का बाजार गर्म रहा हालांकि केंद्रीय नेतृत्व ने इस पर विराम लगा दिया। लेकिन, पिछले बुधवार को बरेली में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि राज्य का आगामी विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा, यह पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा।

चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय नेतृत्व ही मुख्यमंत्री तय करेगा

इससे इतर उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को एटा में दावा किया कि पार्टी अगला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ेगी। इस बीच, रविवार को श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक सवाल के जवाब में पत्रकारों से कहा, ''चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय नेतृत्व ही मुख्यमंत्री तय करेगा।''

इस बयान से संकेत मिला कि योगी से केशव खुश नहीं हैं। हालांकि मौर्य ने कभी योगी के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की। गौरतलब है कि सोमवार को मुख्यमंत्री के आवास पर भाजपा और आरएसएस के नेताओं संग भविष्य की योजनाओं को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई और सूत्रों का कहना है कि केशव मौर्य के आवास पर मुख्यमंत्री के जाने का कार्यक्रम भी उसी बैठक में तय हुआ।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डाक्टर दिनेश शर्मा भी शामिल हुए

सोमवार की बैठक में योगी के आवास पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोपाल, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल के अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डाक्टर दिनेश शर्मा भी शामिल हुए थे।

इधर, मंगलवार को भाजपा मुख्यालय में बीएल संतोष, राधा मोहन सिंह, स्‍वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल ने प्रदेश पदाधिकारियों और क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ एक बैठक की। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंगलवार की शाम ट्वीट किया, ‘‘भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश महामंत्रियों एवं क्षेत्रीय अध्यक्षों की बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष एवं प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।'' 

टॅग्स :उत्तर प्रदेशउत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावयोगी आदित्यनाथकेशव प्रसाद मौर्यादिनेश शर्माभारतीय जनता पार्टीजेपी नड्डा
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टप्रेम करती हो तो चलो शादी कर ले, प्रस्ताव रखा तो किया इनकार, प्रेमी कृष्णा ने प्रेमिका सोनू को उड़ाया, बिहार के भोजपुर से अरेस्ट

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतUP: बूथ पर बैठकर मंत्री और विधायक SIR का फार्म भरवाए, सीएम योगी ने दिए निर्देश, राज्य में 15.44 करोड़ मतदाता, पर अभी तक 60% से कम ने फार्म भरे गए

ज़रा हटकेVIDEO: सीएम योगी ने मोर को अपने हाथों से दाना खिलाया, देखें वीडियो

भारतयूपी में निजी संस्थाएं संभालेंगी 7,560 सरकारी गोआश्रय स्थल, पीपीपी मॉडल पर 7,560  गोआश्रय स्थल चलाने की योजना तैयार

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा