विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही आधा घंटा के लिये स्थगित
By भाषा | Updated: December 16, 2021 12:54 IST2021-12-16T12:54:40+5:302021-12-16T12:54:40+5:30

विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही आधा घंटा के लिये स्थगित
लखनऊ, 16 दिसंबर उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के द्वितीय अनुपूरक अनुदानों की मांगों और 2022-23 के आय-व्ययक को सदन के पटल पर रखा।
खन्ना ने 2022-23 के एक भाग के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया विपक्षी सदस्यों के हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही आधा घंटा के लिए स्थगित कर दी गयी।
बृहस्पतिवार पूर्वाह्न 11 बजे विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित के आसन पर बैठते और कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने चंदौली जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक प्रभु नारायण यादव के पुलिस उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए सदन में चर्चा कराने की मांग की। इस बीच कांग्रेस दल की नेता आराधना मिश्रा मोना केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग लेकर दल के सदस्यों के साथ अध्यक्ष के आसन के समक्ष में आकर नारेबाजी करने लगीं।
इसके बाद सपा और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के सदस्य भी आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के द्वितीय अनुपूरक अनुदानों की मांगों और 2022-23 के आय व्ययक को सदन के पटल पर रखा।
हंगामा बढ़ते देख विधानसभा अध्यक्ष दीक्षित ने 11 बजकर 17 मिनट पर विधानसभा की कार्यवाही आधा घंटा के लिए स्थगित कर दी।
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