राजस्थान के किसानों नहीं होगी यूरिया की समस्या, कृषि मंत्री ने दी ये नई जानकारी
By रामदीप मिश्रा | Published: January 3, 2019 03:05 PM2019-01-03T15:05:06+5:302019-01-03T15:05:06+5:30
कटारिया ने पंत कृषि भवन में प्रदेश में यूरिया उपलब्धता के सम्बंध में उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
राजस्थान में यूरिया की समस्या का सामना कर रहे किसानों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल, सरकार ने कहा है कि यूरिया की हर रोज 10 हजार मीट्रिक टन की रैक आ रही है। कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया ने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चत हुई है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 7 लाख 56 हजार मीट्रिक टन की आपूर्ति हो चुकी है। इसके साथ ही अब हर रोज नीम कोटेड यूरिया की 10 हजार मीट्रिक टन की रैक आ रही है।
कटारिया ने पंत कृषि भवन में प्रदेश में यूरिया उपलब्धता के सम्बंध में उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड की सिफारिशों के अनुसार ही फसलों में यूरिया का उपयोग करना चाहिए। सिफारिश से अधिक यूरिया डालने से न केवल उत्पादन घटता है बल्कि फसल कीट, पाले और बीमारे के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाती है।
कृषि मंत्री ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 45 किलो नीम कोटेड यूरिया बैग की कीमत 266 रूपये 40 पैसे निर्धारित कर रखी है, अगर कोई आदान विक्रेता निर्धारित दर से अधिक राशि में यूरिया बेच रहा है, तो उसकी शिकायत कृषि विभाग में की जा सकती है।
ज्यादा कीमत में यूरिया बेचने वाले और कालाबाजारी करने वाले आदान विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैठक में कृषि विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।