काशी की ज्ञानवापी मस्जिद की आज से शुरू होगी फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी, अदालत के आदेश से हो रहा है सर्वे
By आजाद खान | Published: May 6, 2022 07:26 AM2022-05-06T07:26:06+5:302022-05-06T11:45:36+5:30
यह सर्वे कोर्ट के आदेश के बाद हो रहा है जहां पांच महिलाओं ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर मस्जिद से सटे श्रृंगार गौरी मंदिर में रोजाना पूजा करने की इजाजत मांगी थी।
Varanasi Gyanvapi Mosque Survey: वाराणसी (Varanasi) की ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanwapi Masjid) परिसर की वीडियोग्राफी और सर्वे का काम आज कोर्ट के आदेश के बाद होने जा राह है। ऐसे में कोर्ट द्वारा आदेश के बाद सर्वे के लिए वीडियोग्राफी के साथ फोटोग्राफी का भी इस्तेमाल किया जाएगा। यह सर्वे आद दोपहर तीन बजे के बाद से शुरू होगा और देर तक चलने की उम्मीद है। इस सर्वे के लिए तीन से चार दिन का समय लग सकता है, ऐसा अनुमान किया जा रहा है। आपको बता दें कि सर्वे के दौरान मस्जिद के दोनों तहखानों का भी सर्वे किया जाएगा जिसका एक चाभी प्रशासन के पास है तो दूसरी चाभी मस्जिद के देखरेख वालों के पास में है। इस मस्जिद को लेकर मुस्लिम पक्ष की अलग राय है, वहीं मंदिर के पक्ष वालों भी अपना तर्क दे रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 18 अगस्त 2021 को वाराणसी सिविल कोर्ट में पांच महिला याचिकाकर्ताओं ने याचिका दायर कर ज्ञानवापी मस्जिद से सटे श्रृंगार गौरी मंदिर में हर रोज पूजा-अर्चना करने की इजाजत मांगी थी। इस पर कोर्ट का आदेश आया जिस पर एक कमीशन की नियुक्ती हुई है। यह कमीशन 6 और 7 मई 2022 को दोनों पक्षों की मौजूदगी में श्रृंगार गौरी की वीडियोग्राफी करेगा और 10 मई 2022 को अपना रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगा। आपको बता दें कि इस मस्जिद को लेकर हिन्दू पक्षों का कहना है कि इस स्थान पर मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है और वे लोग श्रृंगार गौरी मंदिर में हर रोज पूजा-अर्चना करना चाहते हैं। वहीं इस पर मुस्लिम पक्ष की राय अलग है। आपको बता दें कि यह याचिका रेखा पाठक, सीता साहू, लक्ष्मी देवी और मंजू व्यास और राखी सिंह ने दायर की थी।
इससे जुड़े लोगों ने मांगी सुरक्षा
आपको बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में सर्वे को देखते हुए याचिकाकर्ताओं ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। यही नहीं वीडियोग्राफी सर्वे के लिए नियुक्त किए हुए कमिश्नर ने भी सुरक्षा की मांग की है। कमिश्नर की मांग को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने उन्हें सुरक्षा मुहैया की है। वहीं अगर सर्वे की बात करें तो मस्जिद के पक्ष वालों का कहना है कि उन्हें सर्वे से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्हें परेशानी बैरिकेडिंग के अंदर जाने से है। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि 10 मई को कोर्ट द्वारा क्या फैसला आता है।