UP: अलीगढ़ में BJP कार्यकर्ताओं से उलझना पुलिस वालों को पड़ा महंगा, सिपाही निलंबित, इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच शुरू
By भाषा | Published: September 20, 2020 02:36 PM2020-09-20T14:36:51+5:302020-09-20T14:36:51+5:30
इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने कहा कि इस मामले में भाजपा कार्यकर्ता से दुर्व्यवहार के आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है वहीं, इसी आरोप में एक पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
अलीगढ़: अलीगढ़ जिले में वाहन निरीक्षण के दौरान एक पुलिसकर्मी द्वारा भाजपा कार्यकर्ता से कथित रूप से दुर्व्यवहार किए जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच टकराव की नौबत आ गयी। इस मामले में आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है और एक इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने रविवार को बताया कि शनिवार को मसूदाबाद चौराहे पर वाहनों की चेकिंग के दौरान तनिष्क मित्तल नामक भाजपा कार्यकर्ता से बन्नादेवी थाने में तैनात सिपाही का वाहन के कागजात ना होने को लेकर विवाद हो गया।
उन्होंने बताया कि काफी कहासुनी होने के बाद मित्तल को थाने लाया गया था जिसके बाद थाना परिसर में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ इकट्ठा हो गई और पुलिस तथा कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की नौबत आ गई।
पुलिस क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र सिंह के मुताबिक किसी कार्यकर्ता की सूचना पर अलीगढ़ से भाजपा विधायक संजीव राजा भी मौके पर पहुंच गए और इस दौरान उन्होंने तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नाराज कार्यकर्ताओं को समझाया-बुझाया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने कहा कि इस मामले में भाजपा कार्यकर्ता से दुर्व्यवहार के आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है वहीं, इसी आरोप में एक पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
भाजपा विधायक संजीव राजा ने कहा कि वाहनों की चेकिंग के दौरान भाजपा कार्यकर्ता मित्तल ने पुलिस से आग्रहपूर्वक कहा था कि वह अपनी गाड़ी के कागजात साथ में लाना भूल गए हैं और वह उन्हें अपने घर से लाकर पुलिस के सामने पेश कर देंगे मगर इसके बावजूद पुलिस ने बदतमीजी शुरु कर दी।
संजीव ने कहा कि पुलिस को वाहन चेकिंग करने का अधिकार है लेकिन इसकी आड़ में उसे जिम्मेदार नागरिकों और आम लोगों से अभद्रता करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता। भाषा सं सलीम नेत्रपाल शोभना शोभना