UP Nikay Chunav: नगर निगमों की 17 सीटों में से 15 पर बीजेपी 2 पर बसपा आगे, देखिए लिस्ट
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: May 13, 2023 10:25 IST2023-05-13T10:23:52+5:302023-05-13T10:25:47+5:30
यूपी नगर निकाय चुनाव में सबसे पहले नगर निगमों के परिणाम आने की संभावना है। नगर निगम चुनाव ईवीएम के जरिए हुए हैं। शाम 4 बजे तक यूपी के सभी 17 नगर निगमों के चुनाव परिणाम आ सकते हैं। शुरुआती रुझानों में मेयर की 17 सीटों में से 15 पर भाजपा और 2 पर बसपा आगे चल रही हैं।

यूपी नगर निकाय चुनाव में सबसे पहले नगर निगमों के परिणाम आने की संभावना है
UP Nikay Chunav Result 2023: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के लिए मतों की गिनती शनिवार सुबह शुरू हो गयी। यूपी नगर निकाय चुनाव में सबसे पहले नगर निगमों के परिणाम आने की संभावना है। नगर निगम चुनाव ईवीएम के जरिए हुए हैं। शाम 4 बजे तक यूपी के सभी 17 नगर निगमों के चुनाव परिणाम आ सकते हैं। शुरुआती रुझानों में मेयर की 17 सीटों में से 15 पर भाजपा और 2 पर बसपा आगे चल रही हैं। समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगता दिख रहा है।
जानिए सभी सीटों का हाल
वाराणसी से भाजपा के अशोक तिवारी आगे हैं। मेरठ से भाजपा के हरिकांत अहलूवालिया आगे हैं। मथुरा से भाजपा के विनोद कुमार अग्रवाल, लखनऊ से भाजपा की सुषमा खर्कवाल, कानपुर नगर से भाजपा की प्रमिला पांडेय, प्रयागराज से भाजपा के गणेश केशरवानी, मुरादाबाद से भाजपा के विनोद अग्रवाल, झांसी से भाजपा के बिहारी लाल आर्य, गोरखपुर से भाजपा के डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, गाजियाबाद से भाजपा की सुनीता दयाल, अयोध्या से भाजपा के गिरीशपति त्रिपाठी, अलीगढ़ से भाजपा के प्रशांत सिंघल, फिरोजाबाद से भाजपा की कामिनी राठौर, बरेली से भाजपा के उमेश गौतम, शाहजहांपुर से भाजपा की अर्चना वर्मा आगे चल रही हैं।
आगरा से बसपा की लता वाल्मीकि और सहारनपुर से बसपा की खदीजा मसूद शुरुआती रुझानों में आगे हैं।
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत की उम्मीद व्यक्त की है। बीजेपी नेता ने ट्वीट में लिखा, UP नगर निकाय और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को उम्मीद के मुताबिक़ जनता का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
निकाय चुनावों में भाजपा ने कानून व्यवस्था और माफिया पर सरकार के कड़े प्रहार को बड़ा मुद्दा बनाया था। उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में बसपा का प्रदर्शन समाजवादी पार्टी से बेहतर दिख रहा है। इन चुनावों के लिए अखिलेश यादव ने भी कई रैलियां की थीं और अगर अंतिम परिणाम भी यही रहते हैं तो यह सपा प्रमुख के लिए एक झटका होगा।