आपदा में पर्यटकों को मदद के साथ 18 विदेशी भाषाओं में बातचीत की सुविधा देगी उप्र सरकार
By भाषा | Updated: November 20, 2020 18:42 IST2020-11-20T18:42:38+5:302020-11-20T18:42:38+5:30

आपदा में पर्यटकों को मदद के साथ 18 विदेशी भाषाओं में बातचीत की सुविधा देगी उप्र सरकार
लखनऊ, 20 नवंबर आपदा की स्थिति में देश-विदेश के पर्यटकों की मदद के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की आपात सेवा 112 के कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा पर्यटकों की सुविधा के लिए 18 विदेशी भाषाओं में बातचीत करने की सुविधा भी 112 सेवा में उपलब्ध रहेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल में पर्यटकों की सुविधा के लिए ‘112-उप्र सेवा’ को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंपी थी।
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने शुक्रवार को कहा कि आपात स्थिति में पर्यटकों को विभिन्न प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, उनका समाधान कैसे किया जाए, इन बिंदुओं को प्रशिक्षण का हिस्सा बनाया गया है।
अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस विभाग की आपात सेवा 112 ने अपने कर्मियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में संबंधित विषय को शामिल किया है।
वहीं, ‘112-उप्र सेवा’ के अपर पुलिस महानिदेशक असीम अरुण ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के तहत 112 को आपातकालीन नंबर के रूप में चुना है। बीमार होने की स्थिति में पर्यटकों को 112 की तरफ से एम्बुलेंस की सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए 18 विदेशी भाषाओं में बात करने की सुविधा भी 112 सेवा में उपलब्ध है।
विदेशी भाषाओं में बात करने के लिए अनेक लोग स्वयंसेवी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विदेशी पर्यटकों की संख्या को देखते हुए अंग्रेजी, फ़्रेंच, स्पैनिश, उर्दू, मलेशियन, कोरियन आदि भाषाओं के स्वयंसेवी अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा विदेशी भाषा में कॉल आने पर संबंधित स्वयंसेवी को कॉन्फ्रेंस में लेकर अनुवाद कराया जाता है।
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