UP Elections 2022: अखिलेश यादव जबरदस्ती करवा रहे हैं मुलायम सिंह यादव से चुनाव प्रचार, भाजपा उम्मीदवार का आरोप
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 19, 2022 17:40 IST2022-02-19T17:32:47+5:302022-02-19T17:40:52+5:30
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एसपी बघेल ने समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा कि मुलायम सिंह यादव बेटे अखिलेश यादव के प्रचार के लिए स्वेच्छा से करहल नहीं आए थे।

UP Elections 2022: अखिलेश यादव जबरदस्ती करवा रहे हैं मुलायम सिंह यादव से चुनाव प्रचार, भाजपा उम्मीदवार का आरोप
UP Elections 2022: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में महत्वपूर्ण करहल निर्वाचन क्षेत्र में मतदान से एक दिन पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल ने दावा किया है कि समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को बेटे अखिलेश यादव का प्रचार करने के लिए जबरदस्ती शहर में लाया गया था। बघेल ने समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा, "मुलायम सिंह यादव स्वेच्छा से करहल नहीं आए।"
केंद्रीय मंत्री बघेल और भाजपा के उम्मीदवार ने कहा, बच्चे बुजुर्ग माता-पिता का सहारा बनते हैं लेकिन वह (अखिलेश यादव) पहले बच्चे हैं जो चुनाव में खुद को हारने से बचाने के लिए अपने बड़े और बीमार पिता की मदद ले रहे हैं, हमें भारतीय राजनीति में ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलेगा।
Children become support system of elderly parents but he's (Akhilesh Yadav) the first child who's taking help from his older & ailing father to save himself from losing in the election, we'll not find any such example in Indian politics: Union Minister SP Singh Baghel pic.twitter.com/8DKQ1SiRmG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 19, 2022
मालूम हो कि गुरुवार को मुलायम सिंह यादव ने बेटे अखिलेश यादव के लिए वोट मांगा। अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। बेटे अखिलेश का प्रचार करने आए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने जनता से कहा कि अगर करहल समेत यूपी के नौजवान बेरोजगार हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो युवाओं के लिए नौकरी का इंतजाम किया जाएगा।
करहल सीट में तीसरे चरण के तहत मतदान होना है। इस समय सपा के ही मौजूदा विधायक हैं। साल 2017 विधासनभा चुनाव में पार्टी ने सोवरन सिंह यादव को बीजेपी के रमा शाक्य के खिलाफ उतारा था। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को 40 हजार से अधिक वोट के बड़े अंतर से हराया था।
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। साल 2012 में, जब यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने विधान परिषद का रास्ता अपनाया था। करहल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश विधान सभा के 403 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है और मैनपुरी (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) के पांच विधानसभा क्षेत्रों में से एक है।