लखनऊ: भाजपा से स्वामी प्रसाद मौर्य समेत कई विधायकों के शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने वाले कार्यक्रम में भारी संख्या में जुटी भीड़ के बाद यूपी पुलिस ने 2500 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। ये एफआईआर कोविड नियमों के उल्लंघन को लेकर चुनाव आयोग के निर्देश पर दर्ज किया गया हैं।
लखनऊ के पुलिस आयुक्त डी के ठाकुर के अनुसार सपा कार्यालय में कोविड उल्लंघन के मामले में गौतमपल्ली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सपा का ये कार्यक्रम लखनऊ में पार्टी के कार्यालय के ठीक बाहर आयोजित हुआ था।
सपा ने दिया था वर्चुअल रैली नाम
समाजवादी पार्टी की ओर से इस कार्यक्रम को वर्चुअल रैली नाम दिया गया था। हालांकि सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरें और वीडियो बता रहे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना नियमों का जमकर उल्लंघन हुआ। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि पार्टी के कार्यालय में सैकड़ों कार्यकर्ताओं को देखा गया जिनमें अधिकतर बिना मास्क पहने हुए थे।
एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के अनुसार, 'जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की एक टीम वहां गई थी, प्रथम दृष्टया कोविड-19 मानदंडों का उल्लंघन हुआ और इसकी जांच की गई और इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है।'
मामले में कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा, 'कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है।'
वहीं, पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख नरेश उत्तम पटेल ने कहा, 'हमारे पार्टी कार्यालय के अंदर एक वर्चुअल कार्यक्रम रखा गया था। हमने किसी को नहीं बुलाया लेकिन लोग आए। लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए काम कर रहे थे।'
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने कोविड -19 मामलों में निरंतर वृद्धि का हवाला देते हुए पांच चुनावी राज्यों में 15 जनवरी तक सार्वजनिक रैलियों, रोड शो और सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। आयोग ने घर-घर प्रचार के लिए प्रचारकों की टीम की संख्या उम्मीदवारों समेत पांच तक सीमित कर दिया है।
(भाषा इनपुट)