UP Election 2022: यूपी के पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान सपा में शामिल, पूर्व सीएम अखिलेश यादव मौजूद, पूर्वांचल में करेंगे काम
By सतीश कुमार सिंह | Updated: January 16, 2022 13:52 IST2022-01-16T13:43:51+5:302022-01-16T13:52:30+5:30
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश सरकार में वन, पर्यावरण एवं जन्तु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर पिछड़ों, दलितों, वंचितों, किसानों और बेरोजगारों की उपेक्षा का आरोप लगाकर 12 जनवरी को इस्तीफा दिया था।
UP Election 2022: यूपी के पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। अखिलेश यादव ने कहा कि मैं दारा सिंह चौहान और उनके समर्थकों का स्वागत करता हूं, जो बड़ी संख्या में आए हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर पिछड़ों, दलितों, वंचितों, किसानों और बेरोजगारों की उपेक्षा का आरोप लगाकर 12 जनवरी को इस्तीफा दिया था। पूर्वी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के मूल निवासी दारा सिंह चौहान मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से 2017 में विधायक चुने गये और योगी की सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री बने। इसके पहले चौहान 1996 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर राज्यसभा के लिये निर्वाचित हुये, लेकिन कार्यकाल पूरा होने से पहले ही वह सपा में शामिल हो गए।
Former UP minister Dara Singh Chauhan joins Samajwadi Party in the presence of SP chief Akhilesh Yadav, in Lucknow pic.twitter.com/MMtZxdJacF
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 16, 2022
उत्तर प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री पद से हाल ही में इस्तीफा दे चुके दारा सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी ‘अपना दल (सोनेलाल)’ के विधायक डॉ. आरके वर्मा रविवार को अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये। सपा मुख्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने दारा सिंह चौहान तथा प्रतापगढ़ जिले के विधायक आरके वर्मा के अपने-अपने समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल होने की घोषणा की।
I welcome Dara Singh Chauhan and his supporters who have come along large numbers: SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/BvWPrv3wyR
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 16, 2022
इस मौके पर चौहान ने कहा कि 2017 में जब भाजपा की सरकार बनी तब ‘सबका साथ-सबका विकास’ का नारा दिया गया था, लेकिन कालांतर में साथ तो सबका लिया गया, मगर विकास कुछ चंद लोगों का हुआ। इस प्रदेश में चंद लोगों का विकास हुआ और बाकी लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। चौहान ने कहा, ‘‘सपा मेरा पुराना घर है और हम उत्तर प्रदेश की सियासत की बदलकर अखिलेश यादव को फिर से उप्र को मुख्यमंत्री बनायेंगे।’’
दोबारा उन्हें समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा में भेजा और 2006 तक चौहान राज्यसभा के सदस्य रहे। बाद में वह फिर बसपा में वापस लौट आए और 2009 में घोसी लोकसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर सांसद निर्वाचित हुये। चौहान लोकसभा में बसपा संसदीय दल के नेता भी रहे लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में वह भारतीय जनता पार्टी के हरिनारायण राजभर से पराजित हो गए। इसके बाद वर्ष 2015 में वह दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे और भाजपा नेतृत्व ने उन्हें भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था।