UP Election 2022: भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना रालोद में शामिल हुए, जेवर से लड़ सकते हैं चुनाव
By विशाल कुमार | Published: January 12, 2022 03:31 PM2022-01-12T15:31:48+5:302022-01-12T15:39:24+5:30
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ट्वीट करके 64 वर्षीय भड़ाना के पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। उन्होंने भड़ाना के साथ अपनी मुलाकात की एक तस्वीर भी साझा की। भड़ाना ने जयंत चौधरी के इस ट्वीट को रिट्वीट किया।
नोएडा (उप्र): उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को एक और झटका देते हुए मुजफ्फरनगर के मीरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) में शामिल हो गए।
गुर्जर समुदाय के बड़े नेता माने जाने वाले भड़ाना आज रालोद प्रमुख जयंत चौधरी से मिले और इसके बाद चौधरी ने एक ट्वीट कर चार बार सांसद रह चुके भड़ाना का पार्टी में स्वागत किया।
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ट्वीट करके 64 वर्षीय भड़ाना के पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। उन्होंने भड़ाना के साथ अपनी मुलाकात की एक तस्वीर भी साझा की। भड़ाना ने जयंत चौधरी के इस ट्वीट को रिट्वीट किया।
सूत्रों का कहना है कि चौधरी और भड़ाना की मुलाकात नयी दिल्ली में हुई। लंबे समय तक कांग्रेस में रहे भड़ाना हरियाणा में मंत्री तथा चार बार सांसद रह चुके हैं।
किसान आंदोलन के समर्थन में भाजपा छोड़ने का कर चुके थे ऐलान
वह लगातार किसान आंदोलन के समर्थन में आवाज उठा रहे और ट्वीट भी कर रहे थे। वह गौतमबुद्धनगर के दादरी कस्बे में राजा मिहिर भोज प्रतिमा विवाद के बाद क्षेत्र में गुर्जर पंचायतों के आयोजन में भी सक्रिय रहे। भड़ाना ने पिछले साल किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए भाजपा छोड़ने का ऐलान कर दिया था।
सूत्रों ने को बताया कि फरीदाबाद से चार बार लोकसभा सदस्य रह चुके भड़ाना को उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले की जेवर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया जाएगा। साल 2016 में भाजपा में शामिल होने से पहले वह कांग्रेस इंडियन नेशनल लोक दल में थे।
सपा उम्मीदवार को 193 मतों से हराकर जीता था 2017 का चुनाव
मीरपुर उन मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है जिसे भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में जीता था। ऐसा माना गया था कि भड़ाना को 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के बाद जाट-गुर्जर वोट हासिल करने के लिए भाजपा द्वारा लाया गया था।
साल 2017 में भड़ाना ने समाजवादी पार्टी के लियाकत अली को महज 193 मतों से हराया। बहुजन समाज पार्टी के नवाजिश आलम को 39,000 से अधिक वोट मिले थे। वहीं, इस बार रालोद और सपा गठबंधन में चुनाव लड़ रही हैं. हालांकि, दोनों दलों के बीच अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है.