उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन में दिखाई दे रहे हैं और उन्होंने इसके लिए सूबे के सभी जिलों के अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह किसी भी हालत में सुबह नौ बजे तक ऑफिस पहुंचे। अगर कोई लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
वहीं, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पुलिसकर्मियों को लेकर कड़ा रुख अखित्यार कर चुके हैं। उन्होंने हाल ही कहा है कि अपराधियों से सांठगांठ रखने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान की जाए क्योंकि वर्दी के नाम पर कलंक बन चुके लोगों की विभाग में कोई जगह नहीं है।
उन्होंने कहा था कि चौकीदार सूचनाएं देकर अपराध को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हर पखवाड़े इनके साथ बैठक करें, प्रधानों और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी लगातार संवाद बनाए रखें। लोकतंत्र में समस्याओं के हल का सबसे प्रभावी जरिया है संवाद। लूट होने पर संबंधित थाने के बीट सिपाही से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय करें।
मुख्यमंत्री ने जेलों को अपराधियों के आराम और अपराध संचालन का अड्डा बनने पर नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देश दिया था कि ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। आंकड़े नहीं जनता के भरोसे को कानून-व्यवस्था का पैमाना बनाएं, इस भरोसे से ही जनता में सकारात्मक संदेश जाता है।
महिलाओं और मासूम बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाओं को कड़ाई से रोकने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि रेंज स्तर पर ऐसे 10 अपराधियों की सूची बनाकर उनके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करें, ऐसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएं मजबूती से पैरवी कर दो महीने में उन को अधिकतम सजा दिलवाएं, ऐसा करने से ऐसी मानसिकता के अन्य अपराधी भी भयभीत होंगे।(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)