UP: अयोध्या नगरी में गन्ना मूल्य बढ़ाए जाने का होगा ऐलान, अंतरराष्ट्रीय कथा धाम में होगी कैबिनेट की बैठक
By राजेंद्र कुमार | Published: November 7, 2023 04:29 PM2023-11-07T16:29:10+5:302023-11-07T16:31:58+5:30
इस बैठक में उत्तर प्रदेश अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण के गठन और गन्ना मूल्य में इजाफा करने और कई अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी देने पर विचार किया जाएगा।
लखनऊ: पांच साल पहले कुंभ नगरी प्रयागराज और अब भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक 9 नवंबर को होगी। अयोध्या स्थित अंतरराष्ट्रीय कथा धाम में यह कैबिनेट बैठक होगी। इस बैठक में उत्तर प्रदेश अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण के गठन और गन्ना मूल्य में इजाफा करने और कई अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी देने पर विचार किया जाएगा।
तीसरी बार लखनऊ के बाहर हो रही कैबिनेट बैठक
इससे पहले प्रयागराज में 29 जनवरी 2019 को सीएम योगी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक हुई थी। इस बैठक में योगी सरकार ने मेरठ से प्रयागराज के बीच 600 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेस वे को बनाने पर सहमति जताई थी। इसके अलावा महर्षि वाल्मीकि और महर्षि भारद्वाज के आश्रम का सौंदर्यीकरण किए जाने पर भी सहमति बनी है। कैबिनेट में उक्त फैसले के तहत गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य हो रहा है।
अब फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के बाहर सूबे के प्रमुख धार्मिक नगरी अयोध्या में कैबिनेट के बैठक करने का फैसला किया है। सभी को पता है कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। इस मंदिर का उद्घाटन अगले साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसके ठीक पहले 11 नवंबर को अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन होगा।
इस कार्यक्रम से पहले भगवान राम की नगरी में बने अंतरराष्ट्रीय कथा धाम योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री अयोध्या तथा प्रदेश के किसानों से जुड़े कई अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी चर्चा कर फैसला लेंगे। इस बैठक में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा के चुनाव प्रचार में जुटे कैबिनेट मंत्रियों को 9 नवंबर को अयोध्या पहुंचने को कहा गया है।
लखनऊ के बाहर तीसरी बार प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक हो रही है। इससे पहले गोविंद बल्लभ पंत के शासन में 1942 में बैठक नैनीताल में हुई थी। उसके बाद सूबे में योगी सरकार के बनने पर 29 जनवरी को प्रयागराज में कैबिनेट बैठक हुई थी और अब 09 नवंबर को यह बैठक हो रही है।
गन्ना मूल्य में 25 रुपए प्रति क्विंटल को सकता है इजाफा
सूबे के अधिकारियों के अनुसार इस बैठक में उत्तर प्रदेश अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के गठन के अलावा जिस दूसरे सबसे महत्वपूर्ण फैसले पर विचार किया जाना है, वह है गन्ना मूल्य में इजाफा करने से संबंधित है. सूबे के चालीस लाख से अधिक गन्ना मूल्य में इजाफा किए जाने की बांट जोह रहे हैं। योगी सरकार ने 2021 में गन्ना मूल्य में 25 रुपए का इजाफा किया गया था। वर्तमान में गन्ने का समर्थन मूल्य अगेती प्रजाति के लिए 350 रुपए, सामान्य प्रजाति के लिए 340 रुपए और रिजेक्टेड प्रजाति के लिए 335 रुपए प्रति क्विंटल है।
इस समर्थन मूल्य से सूबे के अधिकतर किसान खुश नहीं हैं। किसानों की मंशा है कि सूबे की सरकार 50 रुपए प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य बढ़ाए। जबकि सरकार 25 रुपए प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य में इजाफा करने की सोच रही है। अब 9 नवंबर को इस मामले में सरकार फैसला लेकर लोकसभा चुनावों के पहले किसानों के चेहरे पर खुशी लाएगी।