खुशखबरी: यूपी में 17 हजार खाली पदों पर होगी भर्ती, सहायक शिक्षक मामले में सरकार ने लिया बड़ा फैसला
By रुस्तम राणा | Updated: December 24, 2021 17:33 IST2021-12-24T17:30:15+5:302021-12-24T17:33:09+5:30
राज्य सूचना विज्ञान केन्द्र की वेबसाइट पर सूची का प्रकाशन भी 30 दिसंबर को कर दिया जाएगा। सूची प्रकाशित होने के बाद जिले स्तर पर नए साल पर 6 जनवरी को नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे।

खुशखबरी: यूपी में 17 हजार खाली पदों पर होगी भर्ती, सहायक शिक्षक मामले में सरकार ने लिया बड़ा फैसला
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही सूबे में बेसिक शिक्षा परिषद की 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के तहत 17 हजार खाली पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को पूरा करेगी। इस संबंध में सरकार की ओर से आदेश जारी किया गया है। खाली पदों पर भर्ती की प्रक्रिया आज से ही प्रारंभ कर दी गई है। वहीं अगले साल 6 जनवरी को अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भी बांट दिए जाएंगे। यानी भर्ती प्रक्रिया तीव्र गति होगी। सरकार के इस फैसले से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को बड़ी राहत महसूस होगी।
भर्ती प्रक्रिया आज से प्रारंभ
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर सतीश द्विवेदी के द्वारा जारी आदेश में ये कहा गया है कि 69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण की विसंगति को दूर करने के लिए आरक्षित वर्ग के प्रभावित अभ्यर्थियों की भर्ती की जाएगी, जिसकी प्रक्रिया आज से ही प्रारंभ कर दी गई है।
28 दिसंबर तक अभ्यर्थियों की चयन सूची होगी तैयार
सूबे के राज्यमंत्री ने जानकारी देते हुए कहा, राज्य सूचना विज्ञान केन्द्र को भर्ती प्रक्रिया को उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके बाद आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की चयन सूची 28 दिसंबर तक तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य सूचना विज्ञान केन्द्र की ओर से प्राप्त कराई गई चयन सूची का परीक्षण 29 दिसंबर तक किया जाएगा।
6 जनवरी 2022 को बांटे जाएंगे नियुक्ति पत्र
राज्य सूचना विज्ञान केन्द्र की वेबसाइट पर सूची का प्रकाशन भी 30 दिसंबर को कर दिया जाएगा। सूची प्रकाशित होने के बाद जिले स्तर पर नए साल पर 6 जनवरी को नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे।
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने लड़ी थी लंबी लड़ाई
आपको बता दें कि 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर आंदोलनरत एससी और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों की लंबी लड़ाई के बाद योगी सरकार ने उनकी मांगों को मान लिया है। एक तरह से लंबी लड़ाई के बाद आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की यह बड़ी जीत हुई है।