India Fights Corona: प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 21 दिनों के देशव्यापी बंद के दौरान ‘खुश’ और ‘व्यस्त’ रहें
By गुणातीत ओझा | Published: March 26, 2020 03:25 PM2020-03-26T15:25:50+5:302020-03-26T15:25:50+5:30
प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया, ‘‘ आडियो ब्रिज के माध्यम से सूचना प्रसारण, वन एवं पर्यावरण तथा भारी उद्योग मंत्रालय के 400 अधिकारियों से संवाद किया । उनसे घर में रहने, सकारात्मक रहने, खुश और व्यस्त रहने को कहा । ’’ मंत्री ने कहा कि इस संबंध में इंडिया फाइट्स कोरोना के तहत उन्होंने 21 दिनों की चुनौतियों के संबंध में कई गतिविधियां भी सुझाई।
नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरूवार को अपने अधीन आने वाले तीनों मंत्रालयों के अधिकारियों से आडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाद किया और उनसे 21 दिनों के देशव्यापी बंद के दौरान ‘खुश’ और ‘व्यस्त’ रहने को कहा । जावड़ेकर अभी सूचना प्रसारण मंत्रालय, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय तथा भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आडियो ब्रिज के माध्यम से सूचना प्रसारण, वन एवं पर्यावरण तथा भारी उद्योग मंत्रालय के 400 अधिकारियों से संवाद किया। उनसे घर में रहने, सकारात्मक रहने, खुश और व्यस्त रहने को कहा।’’ मंत्री ने कहा कि इस संबंध में इंडिया फाइट्स कोरोना के तहत उन्होंने 21 दिनों की चुनौतियों के संबंध में कई गतिविधियां भी सुझायी। जावड़ेकर ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि उन्होंने उनसे (अधिकारियों से) 20 दिनों के लिये कार्यों की सूची तैयार करने को भी कहा।
Interacted with 400 officers of my 3 ministries - @moefcc@MIB_India
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) March 26, 2020
& @heindustry - together through Audio Bridge.Told them to ‘stay positive’ ‘stay home’ ‘stay engaged’ and ‘stay happy’. To that end I suggested many activities also.#21DaysChallenge#IndiaFightsCoronapic.twitter.com/7maCNXLSs0
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि अगले 20 दिनों में तीनों मंत्रालय सार्थक कार्य करेंगे।’’ बहरहाल, पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों को 24 घंटे उपलब्ध रहने को कहा है। पीआईबी ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 के कारण उत्पन्न संकट के समय में मीडिया और संचार आवश्यक सेवा है। मंत्री ने सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों को 24 घंटे उपलब्ध रहने का सुझाव दिया है ताकि लोगों तक सही और पुष्ट जानकारी पहुंचे।’’