बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कहर के बाद सूबे के जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यस्था की पोल खुलने के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और बीजेपी नेता नित्यानंद राय ने बड़ी घोषणा की है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने घोषणा की है कि बिहार के सभी 17 भाजपा सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सदर अस्पतालों में PICU (बाल चिकित्सा गहन देखभाल इकाई) बनाने के लिए 25 लाख रुपये का दान करेंगे। बता दें कि मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में चमकी बुखार से अब तक करीब 150 बच्चों की मौत हो चुकी है।
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व आसपास के जिलों में एईएस (चमकी-बुखार) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। अब तक 18 दिनों में एईएस के 429 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें मुजफ्फरपुर में अबतक 144 बच्चों की मौत हो चुकी है। हालांकि, सरकारी रिपोर्ट में अब तक करीब 115 मौत की बात कही गई है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की मौत का मामला शुक्रवार को लोकसभा में गूंजा। शून्यकाल में कई सांसदों ने इस संवेदनशील मुद्दों पर अपनी बात रखी और सरकार से कार्रवाई की अपील की।
बिहार के सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा, 'हजारों सालों से लीची का फसल होता है। हम तो कभी बीमार नहीं हुए। लीची को बदनाम करना गलत है। इसका हजारों करोड़ का निर्यात है। अचानक हजारों करोड़ का लीची बंदरगाहों पर बंद है। कहीं यह साजिश तो नहीं है।' उन्होंने कहा कि ये सच्चाई लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है कि बच्चे आखिर क्यों मरे?
बिहार में दिमागी बुखार से करीब 130 बच्चों की मौत का मुद्दा शुक्रवार को राज्यसभा में उठा और सदस्यों ने केंद्र से तत्काल हस्तक्षेप करने और पीड़ित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की। उच्च सदन में शून्यकाल में सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया। सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस घटना पर शोक जताते हुए कहा कि सदन उन बच्चों को श्रद्धांजलि देता है।