नयी दिल्ली, 20 दिसंबर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को सुशासन सप्ताह के तहत 'प्रशासन गांव की ओर' अभियान का उद्घाटन किया, जिसका लक्ष्य श्रेष्ठ शासन पद्धतियों का प्रदर्शन करना एवं उसे जमीनी स्तर तक ले जाना है।
कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि ‘प्रशासन गांव की ओर’ के माध्यम से जनशिकायत के समाधान एवं सेवा प्रदाय में सुधार लाने का राष्ट्रव्यापी अभियान सभी जिलों, राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में चलाया जाएगा।
‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह के तहत 20-25 दिसंबर के दौरान सुशासन सप्ताह मनाया जा रहा है।
कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि 700 से अधिक जिलाधिकारी ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान में शामिल होंगे और वे यह सुनिश्चित करने के लिए तहसील एवं पंचायत समिति मुख्यालयों पर जायेंगे कि शिकायत का समय से निवारण हो तथा सेवा प्रदाय में सुधार हो।
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य भारत के जिलों एवं तहसीलों में ‘अमृतकाल’ के दौरान अगली पीढ़ी के प्रशासनिक सुधारों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिशादृष्टि को अमलीजामा पहनाना है।
सिंह ने कहा कि अभियान का मुख्य मकसद ऐसा शासन प्रदान करना है जो भ्रष्टाचार से मुक्त, पारदर्शी एवं स्थापित नियमों एवं प्रक्रियाओं के अनुरूप हो और यह अकेले नये भारत की ओर मार्च को सफल बनायेगा।
इस कार्यक्रम के दौरान सिंह ने सुशासन पद्धतियों पर ‘शासन की बदलती तस्वीर’ नामक एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
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