पटना, 26 मार्च; बिहार के भागलपुर में 17 मार्च को हुए रैली के के दौरान दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे बेटे अरिजीत शाश्वत का बचाव किया है। उन्होंने अरिजीत शाश्वत पर दर्ज एफआईआर को कागज की बरबादी और रद्दी का पुड़ियां कहा है।
उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, मेरे बेटे पर दर्ज एफआईआर कागजों की बरबादी है। वह एक रद्दी से ज्यादा कुछ भी नहीं है। यह बस वहां के एक भ्रष्ट अफसर की साजिश है। मेरे बेटे ने कोई गलत काम नहीं किया है। अश्विनी चौबे यहां मीडिया पर भी भड़के गए। रिपोर्टर के से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने काफी गुस्से में कहा, तुम यहां से निकलो।
अश्विनी चौबे के बेटेअरिजीत शाश्वत ने जारी वारंट पर सरेंडर करने से साफ इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं यहा से भागा नहीं हूं, इसी समाज में रहता हूं। मुझे सरेंडर करने की कोई जरूरत नहीं है। अरिजीत शाश्वत इस मामले में आज अग्रिम जमानत याचिका के लिए कोर्ट जाएंगे।
इस मामले में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुुमार को इस मामले में जवाब देना होगा। अरिजीत शाश्वत वारंट जारी होने के बाद भी खुलेआम कैसे घूम रहा है। यह वारंट सिर्फ दिखावा है पटना में सीएम आवास के बगल में ही बीजेपी विधायकों की मौजूदगी में वह तलवार थामे फेसबुक लाइव कर रहा था और सरकार कुछ भी नहीं कर पाई।
बता दें कि अरिजीत के खिलाफ जिस मामले में एफआईआर दर्ज है और वारंट जारी हुआ वह घटना भागलपुर के नाथनगर इलाके में हुआ था। घटना 17 मार्च की है। एफआईआर में कहा गया था कि अरिजीत के नेतृत्व में भारतीय नववर्ष जागरण समिति की ओर से विक्रम संवत के पहले दिन नववर्ष को मनाने के लिए जुलूस निकाला गया था।