‘एडॉप्ट अ हेरिटेज’ योजना के तहत उत्तराखंड के नारायणकोटि मंदिर में होगा बुनियादी सुविधाओं का विकास
By भाषा | Published: August 20, 2021 07:38 PM2021-08-20T19:38:14+5:302021-08-20T19:38:14+5:30
उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग स्थित नारायणकोटि मंदिर में बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं रखरखाव में मदद के शुक्रवार को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ‘‘एडॉप्ट अ हेरिटेज‘‘ परियोजना के तहत उत्तराखंड सरकार और सोशल लीगल रिसर्च एंड एजुकेशन फाउंडेशन (एसएलआरई) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से अपर निदेशक पूनम चंद, संस्कृति निदेशक बीना भट्ट और एसएलआरई के विकल कुलश्रेष्ठ ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस परियोजना के तहत प्रदेश के प्राचीन स्मारकों, पुरातात्विक स्थलों, मन्दिरों आदि के खोये हुए सौन्दर्य व गौरव को पुनः प्राप्त किया जा सकेगा। उन्होंने कहा, ‘‘इन वीरान पड़े महत्वपूर्ण स्थलों पर पर्यटन सुविधाओं के विकसित होने से राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़वा मिलने के साथ ही पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। इससे स्थानीय लोगों के रोजगार में वृद्धि होगी। राज्य के सांस्कृतिक पर्यटन को विकसित करने की दिशा में यह एक मील का पत्थर साबित होगी।’’रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर गुप्तकाशी से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर नारायणकोटी में प्राचीन मंदिर का समूह है, जहां सभी नौ ग्रह मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, सूर्य, चंद्रमा, राहू और केतू के मंदिर मौजूद हैं।
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