उडुपी: कर्नाटक में अभी भी हिजाब विवाद जारी है। इस बीच राज्य के के उडुपी जिले में हिजाब के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहीं दो छात्राओं ने कथित तौर पर हिजाब पहनकर परीक्षा देने की अनुमति नहीं मिलने के बाद पीयूसी परीक्षा केंद्र छोड़ दिया। बता दें कि कुछ दिनों पहले हाई कोर्ट ने कक्षा के भीतर हिजाब पहनकर प्रवेश को मंजूरी नहीं दी थी।
इससे पहले पिछले महीने भी कुछ छात्राओं द्वारा परीक्षा छोड़ने का मामला सामने आया था। उडुपी की 40 मुस्लिम छात्राओं ने 29 मार्च को पहली प्री-यूनिवर्सिटी परीक्षा छोड़ दी थी क्योंकि वो हाई कोर्ट के उस आदेश से कथित तौर पर आहत थीं जिसके अनुसार कक्षा के भीतर हिजाब पहनकर प्रवेश को मंजूरी नहीं दी गई थी। कोर्ट का ये आदेश 15 मार्च को आया था। ऐसे में इससे आहत छात्राओं ने हिजाब के बिना परीक्षा में नहीं उपस्थित होने का निर्णय लिया था।
कब हुई हिजाब विवाद की शुरुआत?
उडुपी में हिजाब विवाद की शुरुआत 31 दिसंबर 2021 से हुई। इस दिन हिजाब पहनकर सरकारी पीयू कॉलेज आईं छह छात्राओं को कक्षा में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। इसके बाद कॉलेज के बाहर प्रदर्शन भी हुआ था। 19 जनवरी 2022 को कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं, उनके माता-पिता और अधिकारियों के साथ बैठक की थी। हालांकि, यह बैठक बेनतीजा रही।
इसके बाद फिर से 26 जनवरी को बैठक हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उडुपी के विधायक रघुपति भट ने कहा था कि जो छात्राएं बिना हिजाब के स्कूल नहीं आ सकती हैं वो ऑनलाइन पढ़ाई करें। इसके ठीक अगले दिन ऑनलाइन माध्यम से कक्षा में शामिल होने से छात्राओं ने साफ मना कर दिया। इसके बाद से कर्नाटक में हिजाब विवाद लगातार तूल पकड़ रहा है।