महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के खबरों के बीच उद्धव ठाकरे करेंगे सहयोगी दलों के साथ बैठक
By निखिल वर्मा | Published: May 27, 2020 10:23 AM2020-05-27T10:23:23+5:302020-05-27T10:23:23+5:30
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने दावा किया कि इस समय राज्य सरकार में कोई समन्वय नहीं है। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की हुई बैठक में कांग्रेस के मंत्रियों को आमंत्रित नहीं किया गया.
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के खबरों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपने सहयोगी दलों के साथ आज बैठक करने जा रहे हैं। पिछले दस दिनों में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच हुई चार बार बैठक और पवार व महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच मुलाकात पर राजनीतिक अटकलें तेज हैं।
25 मई को शरद पवार ने राज्यपाल कोश्यारी से राज भवन में मुलाकात की। एनसीपी ने दावा किया कि राज्यपाल के आमंत्रण पर यह मुलाकात हुई और बातचीत में कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं रहा। राज भवन से निकलने के बाद एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि यह कोश्यारी के आग्रह पर शिष्टाचार भेंट थी।
इसके बाद 26 मई को सीएम उद्धव ठाकरे ने शरद पवार के साथ एक बैठक की। ठाकरे-पवार के पिछले बैठकों में कांग्रेस से कोई प्रतिनिधि नहीं होने पर सवाल उठे। मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से जब महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर पूछा गया तो तब उन्होंने कहा था कि सरकार चलाने और सरकार का समर्थन करने में अंतर होता है। राहुल ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार को हम समर्थन दे रहे हैं और निर्णय लेने की अहम भूमिका में नहीं हैं।’’
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहब थोरात ने राज्य में जारी सियासी उठापठक को लेकर कहा कि प्रदेश भाजपा के नेता सत्तारूढ़ गठबंधन को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन चिंता करने की कोई बात नहीं है। राजस्व विभाग का प्रभार संभाल रहे थोरात ने कहा, ''राज्य में भाजपा नेता सत्ता के लालची हैं। वे वर्तमान स्थिति में सरकार की मदद करने की नहीं सोच सकते बल्कि वे सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। सरकार के स्थायित्व को लेकर कोई चिंता नहीं है क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन स्थिर है और सही तरीके से काम कर रहा है।''
जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे या शरद पवार के आसपास कोई कांग्रेस नेता क्यों नजर नहीं आता है तब उन्होंने कहा, ''हम फोन पर एक-दूसरे के संपर्क में हैं. नजर आने या नजर नहीं आने में कुछ अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।''
मजबूत है महाराष्ट्र सरकार :
शिवसेना शिवसेना नेता संजय राऊत ने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार के अस्थिर होने संबंधी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि राज्य में महाराष्ट्र सरकार मजबूत है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच हुई बैठक की जानकारी देते हुए राऊत ने मराठी भाषा में ट्वीट किया, ''शरद पवार और मुख्यमंत्री ठाकरे के बीच डेढ़ घंटे तक बैठक चली. जिन्हें इस सरकार के स्थिर होने पर शंका है, वे अपनी दुर्भावना के कारण ऐसा कर रहे हैं. यह सरकार मजबूत है।''
सरकार मजबूत और स्थिर :
राज्य के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भाजपा पर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की अफवाह फैलाने को लेकर निशाना साधा और कहा, ''सरकार मजबूत एवं स्थिर है. संख्याबल महा विकास अघाड़ी के पक्ष में है। तीनों दल एकजुट हैं. लेकिन, भाजपा के लोग पिछले कुछ दिनों से अफवाह फैला रहे हैं कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगेगा और यह सरकार गिरेगी।''