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मणिपुर में गोलीबारी की दो घटनाएं, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं, 3 मई से जारी है हिंसा

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: July 5, 2023 10:58 IST

मणिपुर में बुधवार तड़के दो स्थानों पर पर रुक-रुक कर गोलीबारी हुई, लेकिन इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

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ठळक मुद्देहिंसाग्रस्त मणिपुर में बुधवार और बीते मंगलवार को भी विद्रोहियों द्वारा गोलाबारी की सूचना सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि गोलाबारी में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं, स्थिति नियंत्रण मेंमणिपुर में बीते 3 मई को भड़की मैतेई और कूकी जनजातिय संघर्ष में करीब 120 लोगों की मौत हुई है

इंफाल: हिंसाग्रस्त मणिपुर में बुधवार तड़के दो स्थानों पर पर रुक-रुक कर गोलीबारी हुई, लेकिन इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। हिंसा प्रभावित इलाकों में तैनात सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि मंगलवार शाम में भी सात बजे से आठ बजे के बीच खोइजुमतंबी इलाके में मैतेई और कूकी समुदायों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी की घटना हुई थी।

सूत्रों ने बताया कि मंगवार रात में कुछ देर तक चली गोलीबारी थोड़ी देर में शांत हो गई और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। वहीं दूसरी घटना बुधवार सुबह करीब 4:30 बजे फेलेंग के पूर्व में रिज लाइन पर दर्ज की गई। सूत्रों ने बताया कि इसमें भी किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।

मालूम हो कि मणिपुर में बीते 3 मई को भड़की मैतेई और कूकी जनजातिय हिंसा में अब तक करीब 120 लोगों की जान जा चुकी है और 3,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हिंसा में अब तक लगभग 50 हजार से ज्यादा लोगो को बेघर होना पड़ा है।

अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के बाद हिंसक झड़पें हुईं थी। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने चार दिनों के लिए राज्य का दौरा किया और पूर्वोत्तर राज्य में शांति वापस लाने के प्रयासों के तहत विभिन्न वर्गों के लोगों से मुलाकात की लेकिन बावजूद उसके हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है।

केंद्र एवं राज्य सरकार ने हिंसा को नियंत्रित करने और राज्य में सामान्य स्थिति वापस लाने के लिए मणिपुर पुलिस के अलावा लगभग 40,000 केंद्रीय सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

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