घरेलू उड़ान के लिए अब बोर्डिंग पास की जरूरत नहीं, शुरू होने जा रही है यह तकनीक
By भारती द्विवेदी | Published: October 4, 2018 11:59 AM2018-10-04T11:59:08+5:302018-10-04T12:26:10+5:30
अगले पांच-छह महीनों में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इसे वाराणसी, विजयवाड़ा, कोलकाता और पुणे एयरपोर्ट्स पर शुरू करेगा।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर: डोमस्टिक फ्लाइट में ट्रैवल करने वाले यात्रियों जल्द ही बॉर्डिंग पास लेने के झंझट से निजात मिलेगी। घरेलू हवाई यात्रा के दौरान बॉर्डिंग पास लेने की लेने की व्यवस्था को खत्म किया जाएगा। केंद्र सरकार बहुत जल्द ही फेस रिकॉग्निशन सिस्टम को लागू करने वाली है। इस सिस्टम के लागू होते ही यात्री घरेलू हवाई यात्रा के दौरान बॉर्डिंग पास के झंझट से बच पाएंगे। फेस रिकॉग्निशन सिस्टम आने के बाद यात्री बिना किसी डॉक्यूमेंट के फ्लाइट में बैठ सकते हैं। उन्होंने बस अपना चेहरा स्कैन कराना होगा।
Government unveils Digi Yatra initiative, Air passengers can soon use facial recognition biometrics to enter airports. pic.twitter.com/D0PY4Y6pMk
— ANI (@ANI) October 4, 2018
न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक, ये पूरा प्रोसेस डिजियात्रा के तहत शुरु किया जाएगा। पेपरलेस एंट्री की शुरुआती दौर में ये सिस्टम दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु एयरपोर्ट्स पर लागू किया जाएगा। उसके बाद अगले पांच-छह महीनों में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इसे वाराणसी, विजयवाड़ा, कोलकाता और पुणे एयरपोर्ट्स पर शुरू करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक सूत्र ने कहा है कि आंख की पुतली और अंगूठे के निशान की बदले में फेस रिकॉग्निशन को प्राथमिकता दी गई है। दुनिया भर में लोग पहले से ही फेस रिकॉग्निशन सिस्टम का लाभ ले रहे हैं।
फेस रिकॉग्निशन के दौरान चेहरा बहुत सी यूनिट्स में बंट जाता है। जिसके बाद रिकॉर्ड्स को अच्छे से मैच कर लिया जाता है। लेकिन इसके लिए हर पांच साल पर अपनी फोटो अपडेट करानी होगी। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए यात्रियों को एविएशन मिनिस्ट्री पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कोई भी पहचान पत्र जैसे कि पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या फिर आधार जैसे कोई आईडी प्रूफ देना होगा। इसके बाद एयरपोर्ट जाने पर आपके चेहरे का फेस रिकॉग्निशन लिया जाएगा।