भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया
By भाषा | Updated: April 20, 2021 21:49 IST2021-04-20T21:49:22+5:302021-04-20T21:49:22+5:30

भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया
दिल्ली, 20 अप्रैल प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के एक शीर्ष नेता ने ‘‘माओवादियों की पुरानी पड़ चुकी विचारधारा’’ से मोहभंग होने के कारण मंगलवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उस पर 20 लाख रुपये का ईनाम था। यह जानकारी आंध्रप्रदेश के पुलिस महानिदेशक डी जी सावंग ने दी।
डीजीपी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुत्तनगारी जलंदर रेड्डी तेलंगाना के सिद्दीपेट का रहने वाला था और उसके कई नाम थे जैसे मारन्ना, कृष्णा, करूणा और शरद।
वह आंध्र-ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोन कमिटी का सदस्य था और डिविजन सचिव भी था।
उसने 29 जून 2008 को माओवादियों की टीम का बालीमेला हमले में नेतृत्व किया था जिसमें आंध्रप्रदेश पुलिस के ग्रेहाउंड के 38 कमांडो मारे गए थे।
डीजीपी ने कहा, ‘‘मलकानगिरी (ओडिशा) जिले के जिलाधिकारी विनील कृष्णा का फरवरी 2011 में अपहरण करने में भी उसकी भूमिका थी।’’
डीजीपी ने दावा किया कि कृष्णा ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया क्योंकि उसका ‘‘माओवादियों की पुरानी विचारधारा, स्थानीय लोगों का समर्थन नहीं मिलने और स्थानीय आदिवासियों के माओवाद में शामिल नहीं होने से मोह भंग हो गया था।’’
सरकार की नीति के मुताबिक कृष्णा को 20 लाख रुपये की राशि के अलावा घर बनाने के लिए जमीन भी दी जाएगी।
31 अन्य माओवादियों ने भी समर्पण किया।
सावंग ने माओवादियों से अपील की कि वे मुख्यधारा में शामिल हों।
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