तीस हजारी कोर्ट में पुलिस-वकील टकराव के बाद विचाराधीन कैदियों को भेजा गया तिहाड़, बार काउंसिल ने की निंदा
By भाषा | Updated: November 3, 2019 05:09 IST2019-11-03T05:09:20+5:302019-11-03T05:09:20+5:30
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने शनिवार को तीस हजारी अदालत परिसर में झड़प के दौरान कथित पुलिस कार्रवाई की निंदा की, जिसमें लगभग 10 पुलिस कर्मी और कई वकील घायल हो गए।

तीस हजारी कोर्ट में पुलिस-वकील टकराव के बाद विचाराधीन कैदियों को भेजा गया तिहाड़, बार काउंसिल ने की निंदा
तीस हजारी अदालत परिसर में पार्किंग को लेकर पुलिस और वकीलों में हुई झड़प में लगभग 80 विचाराधीन कैदी फंस गए। पुलिस ने बताया कि सुनवाई के लिए अदालत लाए गए इन कैदियों को शाम तक लॉकअप में बंद रखा गया। शाम करीब छ बजे जब स्थिति पर काबू पाया गया तब इन कैदियों को सुरक्षित बारी बारी से तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार को दोपहर में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प हो गयी। इस झड़प के दौरान 17 वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस झड़प में दो थाना प्रभारियों और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त समेत 20 लोग घायल हो गए।
बार काउंसिल ने की निंदा
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने शनिवार को तीस हजारी अदालत परिसर में झड़प के दौरान कथित पुलिस कार्रवाई की निंदा की, जिसमें लगभग 10 पुलिस कर्मी और कई वकील घायल हो गए। बीसीआई ने इस पुलिस कार्रवाई को क्रूर करार दिया और पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बार एसोसिएशनों ने सोमवार को दिल्ली की सभी जिला अदालतों में काम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार को दोपहर में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प हो गयी। इस झड़प के दौरान 17 वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस बीच दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल ने शनिवार को वरिष्ठ न्यायाधीशों के साथ इस मामले को लेकर पांच घंटे तक बैठक की।