तीन बहनों पर ‘‘पुलिसिया बर्बरता’’ के खिलाफ भीड़ ने पुलिस चौकी को घेरा, दो महीने की गर्भवती महिला का टॉर्चर से हुआ गर्भपात

By भाषा | Published: September 19, 2019 06:03 AM2019-09-19T06:03:38+5:302019-09-19T06:03:38+5:30

महिलाओं ने बाद में पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर आरोप लगाया कि सरमा ने उन्हें निर्वस्त्र किया और उन्हें प्रताड़ित किया, जिस वजह से उन्हें गंभीर चोटें आईं। उन्होंने मीडिया के सामने दावा किया कि एक महिला दो महीने की गर्भवती थी और हमले के कारण उसका गर्भपात हो गया। 

Three women stripped beaten in Assam's Darrang Police Station two cops suspended | तीन बहनों पर ‘‘पुलिसिया बर्बरता’’ के खिलाफ भीड़ ने पुलिस चौकी को घेरा, दो महीने की गर्भवती महिला का टॉर्चर से हुआ गर्भपात

प्रतीकात्मक फोटो

Highlightsमहिलाओं को पहले हेलेंगपाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां मौजूद डॉक्टरों ने मेडिकल परीक्षण के लिए उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अगर जांच में अधिक बल के इस्तेमाल का संकेत मिलता है तो पुलिस अधिकारी के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी।

असम के दरांग जिले में तनावपूर्ण स्थिति है, जहां गुस्साई भीड़ ने बुरहा पुलिस चौकी का बुधवार को घेराव किया और तीन बहनों पर कथित रूप से हमला करने और उन्हें प्रताड़ित करने वाले अधिकारियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने बताया कि करीब 400 पुरुष एवं महिलाओं ने पुलिस चौकी का घेराव किया। वे चौकी प्रभारी महेंद्र सरमा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरमा को सेवा से बर्खास्त किया जाए तथा तुरंत गिरफ्तारी हो। 

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां बताया कि जिला पुलिस के आला अफसर इलाके में पहुंच गए हैं ताकि हालात को शांत किया जा सके लेकिन क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) ने भी जिले के कल्गाचिया इलाके में प्रदर्शन किया और सरमा को तुरंत गिरफ्तार किए जाने की मांग की। दूसरी तरफ, ऑल असम युवा ब्राह्मण परिषद ने मंगलदोई में प्रदर्शन कर मांग की कि सरमा का निलंबन तुरंत वापस लिया जाए क्योंकि ‘‘पुलिस अधिकारी लव जिहाद के एक मामले में शामिल व्यक्ति को पकड़ने के लिए अपनी ड्यूटी’ कर रहा था।’’ 

इस बीच, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) और राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का प्रशासन को निर्देश दिया। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पुलिस चौकी के अंदर तीन महिलाओं को प्रताड़ित किए जाने की कथित घटना की जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच मध्य पश्चिमी रेंज के डीआईजी बी सिंह करेंगे। सरमा और चौकी कांस्टेबल बिनिता बोरो को निलंबित कर दिया गया है। 

दरांग के पुलिस अधीक्षक अमृत भुइयां ने बताया कि महिलाओं के भाई के खिलाफ गुवाहाटी में अपहरण का मामला दर्ज किया गया था जिस वजह से महिलाओं को हिरासत में लेकर नौ सितंबर को बुरहा पुलिस चौकी लाया गया था। उनके भाई और एक महिला ने चौकी में आत्मसमर्पण कर दिया था जिसके बाद तीनों महिलाओं को छोड़ दिया गया था। पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाली वही महिला थी जिसे कथित रूप से उनके भाई ने अपहृत किया था। महिलाओं ने बाद में पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर आरोप लगाया कि सरमा ने उन्हें निर्वस्त्र किया और उन्हें प्रताड़ित किया, जिस वजह से उन्हें गंभीर चोटें आईं। उन्होंने मीडिया के सामने दावा किया कि एक महिला दो महीने की गर्भवती थी और हमले के कारण उसका गर्भपात हो गया। 

महिलाओं को पहले हेलेंगपाड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां मौजूद डॉक्टरों ने मेडिकल परीक्षण के लिए उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। भुइयां ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) ने सरमा द्वारा अधिक बल के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं का मेडिकल परीक्षण किया गया है और रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। 

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अगर जांच में अधिक बल के इस्तेमाल का संकेत मिलता है तो पुलिस अधिकारी के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी। मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लेकर एनएचआरसी ने कहा कि मीडिया में आई खबरें अगर सच हैं तो यह मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मामला है। एनएचआरसी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि असम के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।

Web Title: Three women stripped beaten in Assam's Darrang Police Station two cops suspended

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