दिल्ली की जेलों में धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हालात, परिजनों को मिल रही कैदियों से मुलाकात की इजाजत
By भाषा | Published: October 25, 2020 08:59 PM2020-10-25T20:59:57+5:302020-10-25T20:59:57+5:30
दिल्ली की जेलों की ओर से दिये गए आंकड़ों के अनुसार 24 अक्टूबर तक कुल 93 कैदी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा चुके हैं। इनमें से 84 कैदी ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा दो की मौत हो चुकी है।
नयी दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के बीच दिल्ली की जेलों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। अब जेलों में कैदियों को अपने परिजनों से मिलने की अनुमति दी जा रही है। साथ ही मोमबत्ती, दीये और मिठाइयां बनाने का काम भी शुरू हो गया है। जेल अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा है कि इस दौरान बीमारी को फैलने से रोकने के लिये सभी ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। दिल्ली में तिहाड़, रोहिणी और मंडोली तीन जेलें हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला 13 मई को रोहिणी जेल में सामने आया था। दिल्ली की जेलों की ओर से दिये गए आंकड़ों के अनुसार 24 अक्टूबर तक कुल 93 कैदी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा चुके हैं। इनमें से 84 कैदी ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा दो की मौत हो चुकी है। सात कैदी अब भी संक्रमित हैं। आंकड़ों के अनुसार 223 जेल कर्मी भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 210 इससे उबर चुके हैं। 13 अब भी संक्रमित हैं।
जेल अधिकारियों के अनुसार तिहाड़ केन्द्रीय कारागार की जेल नंबर 2 और मंडोली की जेल नंबर 14 में खान-पान का सामान बनता है। अधिकारियों ने बताया कि अब यहां बनने वाली मिठाइयों की मात्रा में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। यहां बने गुलाब जामुन, लड्डू, खोपरे की बर्फी बेचने के मकसद से दिल्ली की जेलों में आपूर्ति की जाती है। इन मिठाइयों को कैदी भी खरीद सकते हैं। इसके अलावा जेल परिसर में बनी दुकानों से आम लोग भी इन्हें खरीद सकते हैं।
कोरोना वायरस के चलते इन दुकानों को बंद कर दिया गया था, लेकिन अब इन्हें फिर से खोल दिया गया है। दिल्ली की जेलों के महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा, ''इन जेलों के अंदर महामारी के दौरान भी ये बेकरियां चल रही थीं। हालांकि इस दौरान कम मिठाइयां बनाई जा रही थीं। कोरोना वायरस महामारी के चलते काफी ऐहतियात के साथ इन्हें तैयार किया जा रहा था।'' उन्होंने कहा कि जेलों में हालात सामान्य होने की ओर बढ़ रहे हैं। इस दौरान सभी तरह के ऐतहियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
गोयल ने कहा, ''हमने कैदियों और उनके परिवारों के बीच मुलाकात की इजाजत भी देनी शुरू कर दी है। भीड़ न हो इसलिये हम कैदियों को उनके परिजन से एक महीने में केवल एक बार मिलने की ही अनुमति दे रहे हैं। पहले एक सप्ताह में दो बार मुलाकात की अनुमति थी।''