श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अखनूर में शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने एक जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में कई मुद्दों को उठाया। अब्दुल्ला ने कहा कि कोई भी धर्म बुरा नहीं होता है। उनको मानने वाले इंसान भ्रष्ट होते हैं, कोई मजहब नहीं। यहां उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे चुनाव के दौरान 'हिंदू खतरे में हैं' का खूब इस्तेमाल करेंगे... लेकिन मेरी आपसे गुजारिश है कि आप इसके झांसे में न आएं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इतिहास का हवाला देते हुए कहा, हमने कभी पाकिस्तान से हाथ नहीं मिलाया। जिन्ना मेरे पिता से मिलने आए थे, लेकिन हमने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। हम इसके लिए खुश हैं, पाकिस्तान में लोग सशक्त नहीं हैं।
यहां फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें यहां 50,000 नौकरियों का वादा किया गया था, वे कहां हैं? उन्होंने कहा, हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और हमारे बच्चे सभी बेरोजगार हैं। यह एक राज्यपाल द्वारा नहीं किया जा सकता है, आप उसे जवाबदेह नहीं ठहरा सकते। अब्दुल्ला ने यहां चुनाव की मांग करते हुए इसे अहम बताया। उनका आशय था कि राज्य में चुनाव कराकर ही राज्य की परिस्थिति को बदला जा सकता है।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले यानी शुक्रवार को पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था, 'मैं अब अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ूंगा। इस पद के लिए चुनाव पांच दिसंबर को होगा। नई पीढ़ी के लिए जिम्मेदारी संभालने का समय आ गया है। पार्टी से कोई भी इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है। यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।'