पंचमसाली लिंगायतों को आरक्षण देने में कुछ भी गलत नहीं : निरानी
By भाषा | Published: February 13, 2021 05:27 PM2021-02-13T17:27:07+5:302021-02-13T17:27:07+5:30
नयी दिल्ली, 13 फरवरी कर्नाटक के मंत्री मुरुगेश निरानी ने शनिवार को कहा कि पंचमसाली लिंगायतों को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण देने में कुछ भी गलत नहीं है और राज्य में इनमे से ज्यादातर की सामाजिक-आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।
निरानी ने कहा कि कर्नाटक में कुल 6.5 करोड़ आबादी में से, पंचमसाली लगभग 80 लाख हैं। उन्होंने कहा कि इस समुदाय को सशक्त बनाने की आवश्यकता है क्योंकि इसके 90 प्रतिशत सदस्य कृषि क्षेत्र में हैं और शिक्षा तथा रोजगार के अवसरों से वंचित हैं।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘इस समुदाय को पिछड़ा वर्ग सूची की 2ए श्रेणी में शामिल करने और सरकारी नौकरियों तथा शिक्षा में उन्हें (15 प्रतिशत) आरक्षण देने में कुछ भी गलत नहीं है।’’
कर्नाटक सरकार में खान और भूविज्ञान विभाग के मंत्री निरानी एक प्रभावशाली पंचमसाली नेता हैं जो राज्य में आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा इस समुदाय के लिए आरक्षण के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि जब 2008 और 2013 के बीच भाजपा सत्ता में थी, तब उन्हें पिछड़ा वर्ग की 2ए श्रेणी में शामिल किया जाना था। लेकिन कानूनी अड़चनों के कारण, समुदाय को 3बी श्रेणी में शामिल किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि यह येदियुरप्पा द्वारा किया गया था। यदि बाधाएं नहीं होती, तो पंचमसालियों को उस समय 2ए श्रेणी में शामिल किया जाता।’’
हालांकि, मुख्यमंत्री ने हाल ही में कर्नाटक पिछड़ा वर्ग आयोग को आदेश दिया है कि वह पंचमसाली लिंगायतों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति का आकलन करे और एक रिपोर्ट सौंपे।
निरानी ने कहा, ‘‘समिति अध्ययन करेगी और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसके बाद, सरकार द्वारा निर्णय लिया जाएगा।
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