इंदौर में कोविड-19 का पहला टीका लगवाने जा रही महिला स्वास्थ्य कर्मी ने कहा, "एकदम निश्चिंत हूं"
By भाषा | Published: January 15, 2021 05:34 PM2021-01-15T17:34:21+5:302021-01-15T17:34:21+5:30
इंदौर, 15 जनवरी मध्यप्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में इस महामारी से बचाव का पहला टीका लगवाने जा रहीं स्वास्थ्य कर्मी आशा पवार ने शुक्रवार को कहा कि वह और उनका परिवार इस टीकाकरण को लेकर एकदम निश्चिंत हैं।
देश भर में स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाए जाने के चरणबद्ध अभियान की शुरूआत शनिवार से होने जा रही है।
पवार (55) जिला चिकित्सालय में आया के रूप में पदस्थ हैं।
उन्होंने कहा, "जब मुझसे पूछा गया कि क्या मैं कोविड-19 का टीका लगवाना चाहती हूं, तो मैं इसके लिए तुरंत तैयार हो गई। इस टीके को लेकर मैं और मेरा परिवार एकदम निश्चिंत है।"
अधिकारियों ने बताया कि पवार के पति की करीब 30 साल पहले मृत्यु हो चुकी है। उनके परिवार में उनका बेटा, बहू और पोता-पोती हैं।
जिले की प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) पूर्णिमा गडरिया ने बुधवार को कहा था कि महामारी का पहला टीका वह खुद लगवाना चाहेंगी, ताकि अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित हो सकें।
हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक बाद में तय किया गया कि टीकाकरण की औपचारिक शुरूआत स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से की जाएगी, ताकि कोविड-19 महामारी से निपटने में उनके अहम योगदान को सम्मानित किया जा सके।
इंदौर, कोरोना वायरस संक्रमण से करीब 10 महीने से जूझ रहा है।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले इंदौर जिले में गत 24 मार्च से लेकर 14 जनवरी तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 56,926 मामले सामने आए। इनमें से 916 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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