'कत्ल के वक्त पति डायपर लेने गये थे', शिवमोगा में हुए बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी की पत्नी ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 22, 2022 08:45 PM2022-02-22T20:45:13+5:302022-02-22T20:51:33+5:30
आरोपी काशिफ की पत्नी मोहसिना ने कहा कि जिस रात बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या हुई थी, उस रात में उनके पति रात में 8 बजे यह कहते हुए घर से निकले कि वो बच्चे के लिए डायपर लेने बाजार जा रहे हैं, लेकिन वो देर रात 11 बजे के बाद घर पहुंचे।
बेंगलुरु: कर्नाटक के शिवमोगा जिले में 26 साल के बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के मामले में जिला पुलिस ने अब तक कुल 12 लोगों को हिरासत में लिया है। पकड़े गये संदिग्ध में दो आरोपियों की पहचान काशिफ और नदीम के रूप में हुई है।
हर्षा की शवयात्रा में हुई आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ की घटनाओं के कारण शहर में अब भी तनाव बना हुआ है और जिला प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों में शांति बहाली तक छुट्टी का ऐलान कर दिया है।
न्यूज मैगजीन इंडिया टूडे से बात करते हुए आरोपी काशिफ की पत्नी मोहसिना ने कहा कि उनके पति निर्दोष हैं और उनका इस कत्ल से कोई लेनादेना नहीं है।
मोहसिना ने कहा कि जिस रात बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या हुई थी, उस रात में उनके पति रात में 8 बजे यह कहते हुए घर से निकले कि वो बच्चे के लिए डायपर लेने बाजार जा रहे हैं, लेकिन वो देर रात 11 बजे के बाद घर पहुंचे।
मोहसिना ने कहा, "मैंने जब उससे पूछा कि वह कहां थे, तो उन्होंने कहा कि वो अपने दोस्तों के साथ थे। थोड़े समय के बाद पुलिस घर आयी और बिना कुछ बताए उन्हें उठा कर ले गई। ”
मोहसिना ने बताया कि काशिफ पेशे से लॉरी ड्राइवर हैं और घर के इकलौते कमाने वाले शख्स हैं। उनका कहना है कि काशिफ बेकसूर हैं और उन्हें इस मामले में फसाया जा रहा है।
वहीं इस हत्याकांड में उस समय विवादित मोड़ आ गया, जब कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा ने विवादित तरीके से आरोप लगाया कि हर्षा की हत्या में मुस्लिम गुंडे शामिल थे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार "मुस्लिम गुंडों को प्रोत्साहित करने" का काम कर रहे हैं।
हालांकि मंत्री ईश्वरप्पा के बयान का खंडन करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि उनका हर्षा की हत्या के साथ कोई भी संबंध नहीं है और मंत्री ईश्वरप्पा उनकी छवि को खराब करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं।
इसके साथ ही डीके शिवकुमार ने मंत्री ईश्वरप्पा पर पलटवार करते हुए कहा कि बोम्मई सरकार उन्हें तुरंत बर्खास्त करे क्योंकि वो एक धर्म विशेष के खिलाफ नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
डीके शिवकुमार ने साथ में यह भी कहा कि हर्षा की हत्या का कर्नाटक में चल रहे बुरका विवाद से कोई संबंध नहीं है और इस तरह के सारे आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं।
वहीं कर्नाटक के मंत्री के एस ईश्वरप्पा और केंद्रीय राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने हर्ष की हत्या के पीछे साजिश होने की आशंका जताई है और एनआईए से जांच करवाने की मांग की है।