कर्नाटक में धनबल व सत्ता का हुआ इस्तेमाल, लोकतंत्र के इतिहास में काला अध्याय : मायावती
By भाषा | Published: July 24, 2019 01:21 PM2019-07-24T13:21:51+5:302019-07-24T13:21:51+5:30
उन्होंने कहा, ''कर्नाटक में भाजपा ने संवैधानिक मर्यादाओं को ताक पर रखने के साथ-साथ जिस प्रकार से सत्ता व धनबल का इस्तेमाल करके विपक्ष की सरकार को गिराने का काम किया है, वह लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज रहेगा।''
बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को कहा कि कर्नाटक में जिस तरह सत्ता और धनबल का इस्तेमाल कर विपक्ष की सरकार को गिराने का काम किया गया, वह लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज किया जाएगा।
मायावती ने कर्नाटक विधानसभा में एच डी कुमारस्वामी के विश्वास मत हारने के कुछ ही घंटे बाद बसपा के एकमात्र विधायक को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। उन्होंने कहा, ''कर्नाटक में भाजपा ने संवैधानिक मर्यादाओं को ताक पर रखने के साथ-साथ जिस प्रकार से सत्ता व धनबल का इस्तेमाल करके विपक्ष की सरकार को गिराने का काम किया है, वह लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज रहेगा।''
कर्नाटक में बीजेपी ने संवैधानिक मर्यादाओं को ताक़ पर रखने के साथ-साथ जिस प्रकार से सत्ता व धनबल का इस्तेमाल करके विपक्ष की सरकार को गिराने का काम किया है वह भी लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज रहेगा। इसकी जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है।
— Mayawati (@Mayawati) July 24, 2019
मायावती ने कहा, ''इसकी जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है।'' उन्होंने इससे पहले मंगलवार को ट्वीट किया था, ''कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के समर्थन में वोट देने के पार्टी हाईकमान के निर्देश का उल्लंघन करके बसपा विधायक एन. महेश आज विश्वास मत में अनुपस्थित रहे, जो अनुशासनहीनता है जिसे पार्टी ने अति गंभीरता से लिया है।''
बसपा सुप्रीमो ने कहा, ''... और इसलिए महेश को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।''