गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार : मोदी

By भाषा | Updated: October 5, 2021 15:29 IST2021-10-05T15:29:49+5:302021-10-05T15:29:49+5:30

The previous government of Uttar Pradesh did not want to build houses for the poor: Modi | गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार : मोदी

गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार : मोदी

लखनऊ, पांच अक्टूबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी।

प्रधानमंत्री ने लखनऊ में 'न्यू अर्बन इंडिया थीम' पर आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन-सह-एक्सपो में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के 75 हजार लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से आवास सौंपने के बाद अपने संबोधन में कहा "मुझे वह दिन भी याद आते हैं जब तमाम प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश घरों के निर्माण के मामले में आगे नहीं बढ़ रहा था। गरीबों के लिए घर बनाने का पैसा केंद्र सरकार दे रही थी, इसके बावजूद 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में जो सरकार थी वह गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी।"

उन्होंने आरोप लगाया कि 2017 से पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उत्तर प्रदेश के लिए 18 हजार घरों की स्वीकृति दी गई थी लेकिन जो सरकार यहां थी उसने गरीबों को 18 घर भी बनाकर नहीं दिए थे। पैसा था, घरों की स्वीकृति भी थी लेकिन तब जो लोग प्रदेश को चला रहे थे वे इसमें लगातार अड़ंगा डाल रहे थे। उनका यह कृत्य राज्य के लोग कभी नहीं भूल सकते।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "वर्ष 2017 के पहले के उत्तर प्रदेश और बाद के यूपी का अंतर यहां के लोग अब जान गए होंगे। पहले उप्र में बिजली आती कम थी और जाती ज्यादा थी और आती भी थी तो वहां, जहां नेता चाहते थे। बिजली सुविधा नहीं बल्कि सियासत का टूल थी। अब बिजली सबको सब जगह एक समान मिल रही है। अब गांव की सड़क किसी सिफारिश की मोहताज नहीं है यानी शहरी विकास के लिए जिस इच्छाशक्ति की जरूरत है वह भी आज उप्र को मिल रही है। मुझे विश्वास है कि आज राज्य के जिन परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है वह योगी जी के नेतृत्व में तेजी से पूरी की जाएंगी।"

प्रधानमंत्री ने दावा किया कि देश में अब तक जिन तीन करोड़ परिवारों को प्रधानमंत्री आवास मिले हैं उन्हें एक ही योजना से लखपति बनने का अवसर मिल गया है। ये गरीब परिवार लखपति बन चुके हैं। यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है।

उन्होंने कहा "आप लोग सोचेंगे कि मैं इतना बड़ा दावा किस आधार पर कर रहा हूं। दरअसल प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश में जो करीब तीन करोड़ घर बने हैं आप आज उनकी कीमत का अंदाजा लगा लीजिए... यह लोग अब लखपति हैं।"

मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत चयनित 75 हजार लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से चाबी वितरण कर तीन लाभार्थी महिलाओं से वर्चुअली संवाद भी किया।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए मकानों का मालिकाना हक महिलाओं को देने का फैसला इसलिए किया है क्योंकि हमारे समाज में मकान, दुकान और जायदाद सब कुछ आमतौर पर पुरुषों के ही नाम होती है इसलिए एक स्वस्थ समाज के लिए संतुलन बनाने के उद्देश्य से सरकार ने प्रधानमंत्री आवास का स्वामित्व घर की महिला को देने का निर्णय लिया है।

मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना पर अमल के मामले में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की सराहना करते हुए कहा कि इस सरकार ने अब तक शहरी गरीबों के लिए नौ लाख मकान बना दिए हैं और 14 लाख मकान अपने निर्माण के अलग-अलग चरणों में हैं।

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में आवास योजना का लाभ पाने वाले नौ लाख परिवारों का आह्वान करते हुए कहा कि इस बार अयोध्या में दीपावली के मौके पर 7.50 लाख दीये जलाने का कार्यक्रम है लाभार्थी परिवार इस बार दीपावली पर अपने अपने घरों में दो-दो दीये जलाएं इससे 18 लाख दीपक प्रज्वलित होंगे जिससे भगवान राम को बहुत खुशी होगी।

मोदी ने कहा कि 2014 से पहले केंद्र में जो सरकार थी उसने देश में शहरी आवास योजनाओं के तहत सिर्फ 13 लाख मकान ही मंजूर किए थे। इसमें भी सिर्फ आठ लाख मकान ही बनाए गए थे। 2014 के बाद से हमारी सरकार ने पीएम आवास योजना के तहत एक करोड़ 13 लाख से ज्यादा घरों के निर्माण की मंजूरी दी।

उन्होंने न्यू अर्बन इंडिया थीम पर आयोजित कॉन्क्लेव का जिक्र करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में भारत के शहरों के नए स्वरूप को लेकर देशभर के विशेषज्ञ एक साथ आकर मंथन कर रहे हैं। यहां जो प्रदर्शनी लगी है वह आजादी के इस अमृत महोत्सव में 75 साल की उपलब्धियों और देश के नए संकल्पों को भली-भांति प्रदर्शित करती है।

प्रधानमंत्री ने आधुनिक प्रौद्योगिकी के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल की जरूरत पर जोर देते हुए कहा "21वीं सदी में शहरी भारत के कायाकल्प का आसान तरीका है आधुनिक टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल। नगरों की योजना बनाने वालों को अपनी अप्रोच में टेक्नोलॉजी को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिएह लखनऊ में पहले आप का चलन है लिहाजा हमें टेक्नोलॉजी को भी पहले आप कहना होगा।"

प्रधानमंत्री ने इसके पूर्व कॉन्क्लेव-सह-एक्सपो में लगाई गई आधुनिक आवासीय तकनीकों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

यह कार्यक्रम केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया है।

प्रधानमंत्री ने स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत आगरा, अलीगढ़, बरेली, झांसी, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद एवं अयोध्या में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेन्ट सिस्टम एवं नगरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा अमृत मिशन के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न शहरों में उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा निर्मित पेयजल एवं सीवरेज की कुल 4,737 करोड़ रुपये की 75 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

मोदी ने इसके अलावा, मोदी लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, प्रयागराज, गाजियाबाद और वाराणसी के लिए 75 स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी भी दिखाई।

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर एडवांटेज स्मार्ट उत्तर प्रदेश कॉफी टेबल बुक का विमोचन तथा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ स्थित अटल बिहारी वाजपेई पीठ का लोकार्पण भी किया।

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