मुम्बई, 21 दिसंबर विपक्ष ने महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर मंगलवार को राज्य सरकार द्वारा दी गयी पारंपरिक चाय पार्टी से दूरी बनाये रखी । विपक्षी भाजपा ने विभिन्न मुद्दों पर राज्य को त्रिदलीय सरकार को घेरने की कोशिश करने का संकेत दिया है जिससे इस सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी चाय पार्टी में नहीं पहुंचे। उन्होंने नवंबर में यहां एक निजी अस्पताल में मेरूदंड सर्जरी करायी थी और इस माह के प्रारंभ में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी।
महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र इस बार मुम्बई में 22 से 28 दिसंबर तक होने जा रहा है। आम तौर पर शीतकालीन सत्र नागपुर में होता है।
विधायी कार्य मंत्री अनिल परब ने बताया कि इस सत्र में 11 विधेयक एवं और एक विनियोग विधेयक पेश किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि चूंकि ठाकरे सत्र में हिस्सा लेना चाहते हैं इसलिए शीतकालीन सत्र का स्थल मुम्बई करने का फैसला किया गया।
आज दिन में उससे पहले विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि भाजपा स्थानीय निकायों में ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण की रक्षा करने में महा विकास अघाड़ी सरकार की विफलता का मुद्दा उठायेगी तथा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की भर्ती प्रक्रिया में कथित कदाचार की सीबीआई जांच की मांग करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी आपदा प्रभावित किसानों के बीच फसल बीमा के आवंटन में कथित ‘गड़बड़ी’ का भी मुद्दा उठायेगी।
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