किसान आंदोलन का स्वरूप सीमित क्षेत्र में है : तोमर

By भाषा | Updated: February 7, 2021 16:44 IST2021-02-07T16:44:01+5:302021-02-07T16:44:01+5:30

The nature of the peasant movement is in a limited area: Tomar | किसान आंदोलन का स्वरूप सीमित क्षेत्र में है : तोमर

किसान आंदोलन का स्वरूप सीमित क्षेत्र में है : तोमर

ग्वालियर (मप्र), सात फरवरी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का स्वरूप सीमित क्षेत्र में है और मंत्री ने उम्मीद जतायी कि इस समस्या का जल्दी ही समाधान कर लिया जायेगा ।

मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान तोमर ने विपक्षी कांग्रेस पर किसान आंदोलन को लेकर राजनीति करने का भी आरोप लगाया।

तोमर ने कहा, ‘‘देश में किसान आंदोलन का स्वरूप सीमित क्षेत्र में है। सरकार किसानों से वार्ता के लिए तैयार है। मुझे उम्मीद है कि इस समस्या का जल्द ही हल निकाल लिया जाएगा।’’

कांग्रेस द्वारा किसान आंदोलन को समर्थन देने और तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस को किसानों के मुद्दों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।

तोमर ने कहा, ‘‘जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब उसने किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में भी कांग्रेस ने स्पष्ट उल्लेख किया था कि यदि वह सत्ता में आएगी तो कृषि सुधार करेगी। अब कांग्रेस इन कानूनों का विरोध कर रही है।’’

कृषि मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस किसानों को बरगलाने का काम कर रही है । उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘कांग्रेस किसानों के नाम पर राजनीति करने में सफल नहीं होगी।’’

जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने उन पर आरोप लगाया कि वे कृषि मंत्री जरूर है लेकिन खेती नहीं करते हैं, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘जब कांग्रेस ही उनके (दिग्विजय) बयानों को गंभीरता से नहीं लेती है तो उनके बयानों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।’’

तोमर शताब्दी एक्सप्रेस से रविवार सुबह ग्वालियर पहुंचे और यहां वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ स्थानीय कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।

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Web Title: The nature of the peasant movement is in a limited area: Tomar

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