गैरसैंण में इस साल सत्र आयोजित न करने का मुददा उत्तराखंड विस में गूंजा
By भाषा | Published: December 5, 2019 05:46 AM2019-12-05T05:46:00+5:302019-12-05T05:46:00+5:30
त्रिवेंद्र सिंह रावत की वर्तमान सरकार ने गैरसैंण के विकास के लिये उनके कार्यकाल में शुरू किये गये कामों को बंद कर दिया है ।
विपक्षी कांग्रेस ने आज उत्तराखंड विधानसभा के गैरसैंण में इस साल एक भी सत्र आयोजित करने में विफल रहने के मुद्दे पर आज राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला और इसे पृथक राज्य आंदोलन के लिये संघर्ष करने वालों की आकांक्षाओं के साथ विश्वासघात बताया । सदन में इस मुददे को उठाते हुए कांग्रेस सदस्य करण माहरा ने कहा कि गैरसैंण में सत्र का आयोजन न करने के लिये 'ठंड' का बहाना बनाना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है ।
रानीखेत से विधायक माहरा ने कहा, 'गैरसैंण जनता की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है । साल खत्म हो रहा है । यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि वहां ठंड जैसे कारणों के चलते शीतकालीन सत्र नहीं हो रहा है ।' नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने राज्य सरकार को सदन में यह घोषणा करने को कहा कि इस वित्तीय वर्ष के समाप्त होने से पहले गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित किया जायेगा । चर्चा का जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने कहा कि कोई भी गैरसैंण में राज्य विधानसभा का सत्र आयोजित किये जाने के विरोध में नहीं है ।
उन्होंने वहां सत्र आयोजित करने का आश्वासन देते हुए कहा कि पिछले साल जब वहां सत्र किया गया था तो गैरसैंण में आधारभूत सुविधाओं की कमी विपक्षी सदस्यों ने भी महसूस की थी । उन्होंने कहा, 'वहां जरूरत के हिसाब से आधारभूत सुविधायें बनाने के लिये काम किया जा रहा है ।
यह हमारी प्राथमिकता है ।' पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज इसी मुददे पर गैरसेंण में धरना भी दिया । उन्होंने वहां लोगों को संबोधित करते हुए इसे पहाड में रहने वाली जनता का 'अपमान' बताया और आरोप लगाया कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की वर्तमान सरकार ने गैरसैंण के विकास के लिये उनके कार्यकाल में शुरू किये गये कामों को बंद कर दिया है ।