नयी दिल्ली, 26 मार्च देश की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में निजी क्षेत्र की भूमिका को मजबूत करने के महत्व को रेखांकित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि भारत को अगर दुनिया भर में शीर्ष स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था हासिल करनी है तो यह निजी क्षेत्र के सहयोग के बिना संभव नहीं होगा।
‘नेटहेल्थ’ के सातवें वार्षिक शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान “कोविड बाद के दौर में भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था के विस्तार” विषय पर वर्धन ने कहा कि “सभी के लिये स्वास्थ्य” के अंतिम लक्ष्य को सार्वजनिक के साथ ही निजी क्षेत्र के सक्रिय सहयोग के बिना हासिल नहीं किया जा सकता।
उन्होंने देश की स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था में निजी क्षेत्र की भूमिका को मजबूत करने के महत्व को रेखांकित किया।
मंत्री ने कहा, “भारत को अगर दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवाओं के उच्चतम मानक को हासिल करना है तो यह निजी क्षेत्र के सहयोग के बिना संभव नहीं हो सकता। निजी क्षेत्र की सक्रिय सहभागिता से स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रावधानों को और व्यापक बनाया जा सकता है।
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